जब भी हम Computer का नाम सुनते हैं तो यह सवाल मन में जरुर आता है कि आखिर ये कंप्यूटर क्या है (Computer Kya Hai) और इसका इतिहास क्या है? अब आपको घबराने की कोई जरुरत नहीं, इस सवाल का जवाब इस Article में मिलने वाला है | आज हम आपको कंप्यूटर के बारे में सारी जानकारी बताएँगे और इससे जुड़े हर छोटे से बड़े सवाल का जवाब भी देंगे | अगर आप कंप्यूटर से जुड़े क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो उसकी भी जानकारी मिलेगी | अगर मैं सारी बात एक वाक्य में कहूँ तो ऐसा है कि मेरे दोस्त! इस Article को पढ़ने के बाद आपको कंप्यूटर की पूरी जानकारी के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा |
Computer Kya Hai in Hindi | कंप्यूटर क्या होता है?
कंप्यूटर एक ऐसा Electronic Device या Machine है, जो User द्वारा दिए गए निर्देशित डाटा की गणना (Calculate) को बड़ी सटीकता से पूरा करता है | इसके अलावा कंप्यूटर के पास डाटा स्टोर करने की भी क्षमता होती है, इससे यह सुविधा हो जाती है कि हम अपने जरुरत के हिसाब से अपने डाटा को प्राप्त कर सकते हैं |
यह एक हीं समय पर कई तरह के काम को कर सकता है, जैसे किसी चीज की गणना करना या किसी डाटा को दूसरी Device में भेंजना या किसी अन्य Device से डाटा को अपने पास Transfer करना | इसका उपयोग हम टाइपिंग के लिए भी कर सकते हैं |
Meaning of Computer in Hindi | कंप्यूटर का अर्थ क्या है?
Computer एक अंग्रेजी भाषा का शब्द है, जिसे Compute से लिया गया है | इसका अर्थ हिंदी में गणना करना होता है | आज से हजारों साल पहले किसी भी प्रकार की गणना एक विशेष व्यक्ति द्वारा की जाती थी, जिसे गणितज्ञ कहा जाता था |
मगर आज के दौर में जब से कंप्यूटर का आविष्कार हुआ है, तब से किसी भी प्रकार का गणना करना आसान हो गया है | कंप्यूटर के अंदर कुछ Programs को Set किया जाता है, जो कि Data की पहचान करके उसकी गणना करते हैं |
Computer Full Form in Hindi | कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या होता है?
कम्प्यूटर का प्रमाणिक रूप से कोई फुल फॉर्म नहीं है, मगर कुछ विशेषज्ञों ने अपने अनुभवों के आधार पर इसका एक फुल फॉर्म बनाया है, जो कि अंग्रेजी में इस प्रकार है – Commonly Operating Machine Particularly Used for Technology Education and Research, जिसका हिंदी में अर्थ है, आमतौर पर ऑपरेटिंग मशीन विशेष रूप से प्रौद्योगिकी शिक्षा और अनुसंधान के लिए उपयोग की जाती है |
C – Commonly
O – Operated
M – Machine
P – Particularly
U – Used for
T – Technical and
E – Educational
R – Research
Computer ka Avishkar Kisne Kiya | कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
कंप्यूटर का अविष्कार चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) द्वारा किया गया था क्योंकि उन्होंने हीं सबसे पहले Analytical Engine को 1837ई० में बनाया था | चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का पिता (Father of Computer) कहा जाता है |
कंप्यूटर के क्षेत्र में बहुत से लोगों का योगदान है मगर चार्ल्स बैबेज द्वारा बनाए गए Analytical Engine की वजह से हीं आज आधुनिक कंप्यूटर को विकसित करना संभव हो पाया है |
कंप्यूटर कैसे कार्य करता है?
कंप्यूटर मुख्य रूप से हार्डवेयर (Hardware) और सॉफ्टवेयर (Software) से मिलकर बना होता है | कंप्यूटर पर कई विशेषज्ञों की राय अलग-अलग है मगर कंप्यूटर का मुख्यतः तीन कार्य होता है |
कंप्यूटर का पहला कार्य – डाटा (Data) को ग्रहण करना, जिसे Input कहा जाता है, दूसरा कार्य – डाटा को Process करना और तीसरा कार्य – डाटा को Monitor पर दिखाना, जिसे Output कहा जाता है | यह Numerical और Non-Numerical दोनों प्रकार के डाटा की गणना कर सकता है |
कंप्यूटर मुख्यतः तीन प्रकार से कार्य (Input, Process, Output) को करता है |
- Input – Input के अंतर्गत कंप्यूटर के अंदर ऐसे Data को डाला जाता है, जो कि Raw होता है | इसमें Images, Videos और Documents इत्यादि हो सकते हैं |
- Process – Process के अंतर्गत Input किए गए डाटा को कंप्यूटर व्यवस्थित करता है | इस कार्य को Internal Process भी कहा जाता है |
- Output – Output कंप्यूटर में डाले गए Input डाटा को Process करने के बाद Result के तौर पर दिखाया जाता है | इस Data को कंप्यूटर की Memory में स्टोर कर दिया जाता है, जिससे कि जरुरत पड़ने पर इसको फिर से देखा जा सके |
History of Computer in Hindi | कंप्यूटर का इतिहास
अब आप अगर कंप्यूटर की परिभाधा के साथ हीं और जानकारी जन हीं गए हैं तो क्यों न आपको हम कंप्यूटर के इतिहास के बारे में बता दें | कंप्यूटर का इतिहास बहुत हीं रोचक है | कंप्यूटर का इतिहास मुख्यतः पाँच पीढ़ियों में बंटा हुआ है तो देर किस बात कि आइए जानते हैं इसके इतिहास की विस्तृत जानकारी –
1. कंप्यूटर की पहली पीढ़ी (1940-1956 ई०) –
इस पीढ़ी की शुरुआत John Mouchly और J.Presper Eckent द्वारा 1940 ई० में ENIAC नामक कंप्यूटर के निर्माण के दौरान की गई थी | प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर थे, जिनमें Vacuum Tubes और Magnetic Drums का प्रयोग किया गया था | ये कंप्यूटर Machine Language Programme पर आधारित थे और इनके उपयोग के लिए अत्यधिक ऊर्जा का इस्तेमाल करना पड़ता था |
इन Computers का आकार काफी बड़ा था, जिसके कारण ये बहुत हीं जल्द गर्म हो जाते थे और आकार बड़ा होने की वजह से एक पूरे कमरे का जगह को घेर लेते थे | प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर के नाम कुछ इस प्रकार हैं –
- ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer)
- EDVAC ( Electronic Discrete Variable automatic Computer)
- UNIVAC (Universal Automatic Computer)
2. कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी (1956-1963 ई०) –
इस पीढ़ी की शुरुआत 1956 ई० में हुई थी | इस पीढ़ी के कंप्यूटर में Vaccum Tubes के बदले Transistors का उपयोग किया गया था, जिसका निर्माण 1947 ई० में Williom Shockly ने किया था |
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर पहली पीढ़ी के कंप्यूटर की तुलना में काफी अच्छे थे, क्योंकि इनके काम करने की क्षमता तेज़ थी और इसके साथ हीं ये कंप्यूटर जगह कम घेरते थे |
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर भी पहली पीढ़ी के कंप्यूटर की तरह हीं Input देने के लिए Punch Cards का प्रयोग करते थे | इस पीढ़ी में COBOL और FORTAN जैसी High Level Programming Language का इस्तेमाल किया गया था | दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के नाम कुछ इस प्रकार हैं –
- IBM7094
- Honeywell 400
- CDC1604
- UNIVAC1108
3. कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी (1964-1971 ई०) –
इस पीढ़ी की शुरुआत 1964 ई० में की गई थी | इस पीढ़ी में Transistor के बदले में Integrated Circuit का प्रयोग किया गया था, जिसके कारण कंप्यूटर के काम करने की Speed काफी हद तक बढ़ गई | इस प्रक्रिया में Transistors के आकार को छोटा कर उसे Silicon Chip के अंदर डाला जाता था, इस Silicon Chip को Semi कंडक्टर कहा जाता है |
इस पीढ़ी के कंप्यूटर ऐसे थे, जिनका वजन और आकार पहली और दूसरी पीढ़ी की तुलना में काफी कम था | आज के समय में जो हमलोग ये Monitor, Operation System और Keyboards का उपयोग कर रहे हैं, इन्हें तीसरी पीढ़ी के दौरान हीं बाजार में Launch किया गया था | तीसरी पीढ़ी के कुछ मुख्य कंप्यूटर के नाम इस प्रकार हैं –
- TDC-316
- IBM 360
- PDP
4. कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी (1971-1985 ई०) –
इस पीढ़ी की शुरुआत 1971 ई० में Microprocessor के उपयोग के साथ हुई थी | इसके उपयोग से कंप्यूटर के काम करने की क्षमता और ज्यादा बढ़ गई, अब इस कंप्यूटर की सहायता से बड़ा से बड़ा Calculation कम समय में और आसानी से हल किया जाने लगा |
ये कंप्यूटर काफी ज्यादा सस्ते थे, जिसकी वजह से लोगों द्वारा इसे काफी ज्यादा पसंद किया जाने लगा | इस कंप्यूटर में C, C++, D Base जैसी High Level Programming Language का इस्तेमाल किया जाने लगा | चौथी पीढ़ी के मुख्य कंप्यूटर कुछ इस प्रकार हैं |
- PDP 11
- CRAY-1
- IBM 4341
- DEC 10
- STAR 1000
5. कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी (1985 से अब तक) –
इस पीढ़ी की शुरुआत 1985 ई० में हुई थी | पाँचवी पीढ़ी का कंप्यूटर आज के समय में उपयोग किया जाने वाला कंप्यूटर है, जो कि Artificial Intelligence (AI) पर आधारित है | ये कंप्यूटर समय के साथ धीरे-धीरे Laptop और Tablet के रूप में भी आने लगे | इन कंप्यूटर का उपयोग आप एक साथ कई कार्य के लिए कर सकते हैं | आज के समय में कई प्रचलित कंपनियाँ हैं, जो कंप्यूटर बनाने का कम करती हैं | इन कंपनियों के नाम कुछ इस प्रकार है –
- HP
- Dell
- Samsung
- Lenevo
- Asus etc.
Components of Computer in Hindi | कंप्यूटर के मुख्य भाग
किसी भी चीज को कोई कार्य करने के लिए उसे अंगों की जरुरत होती है, ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर को भी कार्य करने के लिए महत्वपूर्ण अंगों की जरुरत पड़ती है | कंप्यूटर में मुख्यतः दो भाग होते हैं, जिसमें Hardware और Software शामिल हैं | Hardware वह भाग होता है, जिसे हम छू सकते हैं और Software वह भाग होता है, जिसे हम छू नहीं सकते हैं | आज हम कंप्यूटर के इन्हीं मुख्य भाग की चर्चा करेंगे और इनकी विशेषताओं को जानेंगे |
1. Central Processing Unit (CPU / Processor)
CPU का फुल फॉर्म Central Processing Unit होता है | इसे कंप्यूटर का मस्तिष्क या दिमाग कहा जाता है क्योकिं यह कंप्यूटर में होने वाली सभी Activity का Processing करता है | कंप्यूटर का सारा डाटा CPU में हीं स्टोर होता है |
जब हम कोई भी Command अपने कंप्यूटर को देते हैं तो वह सबसे पहले CPU के पास जाती है | इसके बाद आगे की Processing होती है | जितना बेहतर CPU होगा, कंप्यूटर उतना हीं अच्छा Performance देगा |
2. Mother Board
Motherboard कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड (Circuit board) होता है | यह एक प्लास्टिक प्लेट की तरह होता है, जिसकी वजह से CPU, RAM, Hard Drive, Memory और Graphic Card जैसे Hardware Parts के साथ जुड़े होते हैं | इसके अलावा यह एक ऐसा महत्वपूर्ण भाग है, जिससे कंप्यूटर के सभी पार्ट्स जुड़े होते हैं |
3. RAM
RAM का पूरा नाम Random Access Memory होता है | यह कंप्यूटर में Data को Temporarily Store कर लेता है | जब आप कंप्यूटर पर कुछ काम कर रहे हैं और अगर आपने Data को Save नहीं किया तो ऐसे में आपका Data डिलीट हो जाता है | अगर आप अपने डाटा को Save कर लेते हैं तो आपका डाटा Hard Drive में Save हो जाता है |
जब भी हम किसी कंप्यूटर या लैपटॉप को खरीदते हैं तो उसमें RAM पहले से हीं मौजूद होता है | Computer या Laptop में जितना ज्यादा RAM होता है, वह उतना हीं अच्छा Performance करता है | RAM दो प्रकार का होता है –
- SRAM (Static Random Access Memory)
- DRAM (Dynamic Random Access Memory)
4. Hard Drive
अगर हमें कंप्यूटर में किसी भी Data जैसे Photos, Videos, Documents आदि को Permanently Save करना है, तो इसके लिए Hard Disk Drive (HDD) की जरुरत पड़ती है |
कंप्यूटर के उपकरण –
कंप्यूटर में Input और Output, दो तरह की Device लगी होती है | इन्हीं Devices की मदद से Input किए डाटा को कंप्यूटर आपको Output देता है | आइए जानते हैं इन दोनों Devices के बारे में –
1. इनपुट डिवाइस (Input Device)
जिस Device की सहायता से हम कंप्यूटर को सूचना भेजते हैं, उन्हें Input Device कहते हैं |
Keyboard एक Input Device है, जिसका उपयोग Computer को निर्देश देने के लिए होता है |
Mouse एक Input Device है, जिसे Pointing Device भी कहा जाता है | इसका उपयोग भी कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए होता है |
2. आउटपुट डिवाइस (Output Device)
कंप्यूटर द्वारा इकठ्ठा किए गए डाटा को किसी यूजर को भेजने के लिए जिस Device का उपयोग किया जाता है, उसे Output Device कहते हैं |
Monitor एक Output Device है, जो दिखने में बिल्कुल टेलीविजन (TV) की तरह दिखता है | मॉनिटर (Monitor) कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण भाग है, यह CPU के अंदर चल रही सभी प्रक्रियाओं को Soft Copy के रूप में अपनी Screen पर दिखाता है |
Speaker एक Output Device है, जिसका उपयोग कंप्यूटर से जोड कर आवाज़ सुनने के लिए किया जाता है |
Printer एक Output Device है, जिसका काम कंप्यूटर द्वारा दी गई जानकारी को कागज पर प्रिंट करना होता है |
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर –
कंप्यूटर के सभी Physical Devices को हार्डवेयर (Hardware) कहा जाता है | जिन्हें हम छू सकते हैं, वे सभी हार्डवेयर होते हैं | उदहारण के तौर पर Mouse, Monitor, Cpu, KeyBoard आदि हार्डवेयर हैं |
सॉफ्टवेयर (Software) को हम सिर्फ देख सकते है, इन्हे हम छू नहीं सकते हैं, क्योकिं ये हमारे कंप्यूटर के अंदर मौजूद होते हैं | कंप्यूटर के मुख्य सॉफ्टवेयर (Software) इस प्रकार हैं – MS Excel, MS Word, Internet Explorer इत्यादि |
कंप्यूटर के प्रकार (Computer ke Prakar) –
ज्यादातर लोग सिर्फ Personal Computer के बारे में हीं जानते है मगर कंप्यूटर मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं |
1. Desktop (डेस्कटॉप) –
आधुनिक युग में Desktop सबसे ज्यादा उपयोग होने जाने वाला कंप्यूटर है | इसका उपयोग आमतौर पर घरो, स्कूलों, कार्यालयों और बड़ी-बड़ी कंपनियों में किया जाता है | इसे Personal Computer के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है | डेस्कटॉप को PC भी कहा जाता है |
2. Laptop (लैपटॉप) –
Laptop का उपयोग आमतौर पर वैसे लोग ज्यादा करते हैं, जिन्हें हमेशा अपने साथ कंप्यूटर की आवश्यकता पड़ती है | लैपटॉप, डेस्कटॉप के मुकाबले छोटा और हल्का होता है, जिसे कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है |
3. Tablet (टैबलेट) –
Tablet भी कंप्यूटर का हीं एक प्रकार है, जिसे Handheld Computer भी कहा जाता है | यह आकार में लैपटॉप से छोटा होता है, इसे बहुत आसानी चलाया जा सकता है | इसमें एक टच स्क्रीन होती है, जिसकी मदद से यह चलता है, हालाकिं वर्मातन समय में Tablet में अलग से Mouse और Keyboard भी Add करने की सुविधा मिल रही है |
4. Servers (सर्वर) –
Servers भी एक प्रकार के कंप्यूटर हीं होते है, इनका कार्य होता है बहुत सारी Information को Store करना | जब भी हम इंटरनेट पर किसी छेज के बारे में जानकारी खोजते है तो जो हमारे सामने जानकारी आती है, वो Servers कंप्यूटर के द्वारा हीं आती है | यह एक तरह से Service Provider होता है |
कंप्यूटर का उपयोग (Computer ka Upyog) –
आज के वर्तमान समय कंप्यूटर का उपयोग लगभग हर क्षेत्र में हो रहा है | जहाँ भी किसी Calculation की बात आ जाए या किसी डाटा को Store करने की बात हो या कोई अन्य कम हो वहाँ तो कंप्यूटर का होना तो बहुत हीं आवश्यक है | कंप्यूटर तो Multitasking है हीं, इसके अलावा ये हमारे कम को एकदम आसान बना देता है | आइए जानते हैं इसके उपयोग के बारे में विस्तार से –
- कंप्यूटर का उपयोग बेंको में सबसे ज्यादा किया जाता है, क्योकिं इससे बैंक से जुड़े हर कम को बहुत हीं आसानी से पूरा कर लिया जाता है |
- कंप्यूटर का उपयोग स्कूलों और कोचिंग संस्थानों में छात्रों और शिक्षक सभी के लिए बहुत उपयोगी रहा है | इसकी वजह से Online Class की सुविधा उपलब्ध हो पाई है | कंप्यूटर के जरिए हम स्टडी से जुड़े हर कम को पूरा कर सकते हैं |
- चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर का बहुत बड़ा योगदान है | अगर आपके शरीर में कोई बीमारी होती है, तो मशीनों द्वारा उसे कंप्यूटर से पता लगा लिया जाता है और बहुत आसानी से डॉक्टर रोग का पता लगाकर आपका इलाज कर पाते हैं |
- कंप्यूटर का उपयोग विज्ञान के क्षेत्र में भी बहुत महत्वपूर्ण है, हालाकिं कंप्यूटर तो विज्ञान की हीं एक देन है | Scientist के लिए किसी भी Research में कंप्यूटर बहुत हीं सहायक है |
- मनोरंजन के क्षेत्र में भी कंप्यूटर का बहुत बड़ा योगदान है | अगर आपको गेम खेलना पसंद है, तो आप कंप्यूटर पर गेम का आनंद ले सकते हैं | इसके अलावा आप मनोरंजन के लिए कंप्यूटर पर Video, Movie और Audio Song भी सुन सकते हैं |
- Business के क्षेत्र में कंप्यूटर का होना बहुत जरुरी है, क्योंकि बिज़नेस में कई तरह के डाटा को Manage करना पड़ता है | जब से बिज़नेस Cashless होना शुरू हुआ है, तब से कंप्यूटर का उपयोग ज्यादा होने लगा है |
- वर्तमान समय में सरकारी काम में भी कंप्यूटर का उपयोग बढ़ा है | अब टिकट बुकिंग से लेकर फॉर्म भरना या किसी रिजल्ट की घोषणा करना आदि सब कंप्यूटर के माध्यम से हीं हो रहा है |
- भारतीय सेना में भी कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है, जिससे सभी चीजों को Track करना बहुत आसान हो जाता है | आज के समय में सेना बहुत हीं आधुनिक हो चुकी है, इसमें कंप्यूटर का बड़ा योगदान है |
कंप्यूटर के लाभ (Computer ke Labh) –
आज के दौर में कंप्यूटर हमारा बहुत बड़ा सहयोगी बन चुका है | इसकी मदद से हम अपने काम को आसान बना लेते हैं, चाहे वो कोई Calculation हो या कोई Information आदि | हम इसमें कोई भी डाटा Save कर सकते हैं और Transfer भी कर सकते हैं और ऐसे बहुत सारे फायदे हैं तो चलिए जानते हैं विस्तार से –
Multitasking –
Multitasking कंप्यूटर का एक बहुत हीं अहम भाग है, जिसकी वजह से User एक साथ कई कार्य कर सकता है | कंप्यूटर में ऐसे कई Software और Programming Language को स्थापित किया जाता है, जो किसी भी Calculation को एक सेकेंड से भी कम समय में Calculate कर देता है |
Speed –
कंप्यूटर के लिए Speed भी एक महत्वपूर्ण विशेषता है | कंप्यूटर बहुत तेज गति से काम करता है, ये हजारों लोगों का काम अकेले कर सकता है |
Accuracy –
कंप्यूटर में गलती होने की संभावना बिलकुल ना के बराबर होती है और अगर गलती हो भी जाती है तो आप कंप्यूटर में इसे बहुत आसानी से सुधार सकते हैं |
Data Storage –
कंप्यूटर Data को Store का एक बहुत हीं अच्छा उपाय है | आप इसके अंदर Hard Drive Disk की सहायता से किसी भी Data को Store कर सकते हैं |
कंप्यूटर के नुकसान (computer ke nuksan) –
जिस तरह से हर चीज के फायदे होते हैं, उसी तरह उनके नुकसान भी होते हैं | उसी तरह कंप्यूटर के भी फायदे और नुकसान हैं तो आइए जानते है कंप्यूटर के नुकसान के बारे में –
- कंप्यूटर के उपयोग से Online Hacking दिन-प्रतिदिन बड़े पैमाने पर बढ़ती जा रही है | अगर आप Online कार्य करते हैं तो आपको अपने Computer को Secure करना बहुत जरुरी है |
- वायरस कंप्यूटर के लिए बहुत खतरनाक होते हैं | वायरस आपके कंप्यूटर में किसी USB या Not Secure Website से भी आ सकता है | यह Virus आपका कंप्यूटर ख़राब कर सकता है, इससे बचने के लिए आप Antivirus का इस्तेमाल कर सकते हैं |
- Online Cyber Crime भी कंप्यूटर के लिए बड़ा हीं नुकसानदेह है | आप जिस Network का उपयोग करते है, तो ध्यान रखें कि वह पूरी तरह से Secure हो |
- Computer आने से रोजगार की भी समस्या उत्पन्न हुई है, मगर कंप्यूटर के क्षेत्र में कुछ नए रोजगार भी Create हुए हैं |
कंप्यूटर के अधिक उपयोग करने से आँखों की समस्या, पीठ दर्द एवं अन्य समस्याएं उतपन्न हो सकती हैं |
कंप्यूटर के 51 महत्वपूर्ण प्रश्न –
1. कंप्यूटर का अविष्कारक अर्थात् कंप्यूटर का पिता कौन है?
Ans – कंप्यूटर का आविष्कार Charles Babbage (चार्ल्स बैबेज) ने किया था इसलिए कंप्यूटर का पिता माना जाता है |
2. कंप्यूटर का वैज्ञानिक नाम क्या है?
Ans – इसका वैज्ञानिक नाम Silicon sapiens (सिलिकॉन सेपियन्स) है |
3. पर्सनल कंप्यूटर के जनक कौन है?
Ans – पर्सनल कंप्यूटर के जनक “Edward Robert” को माना जाता है |
4. पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर किसने विकसित किया?
Ans – पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर “J.V. Atanasoff” ने विकसित किया |
5. दुनिया का पहला पहला वेब ब्राउजर का नाम क्या था?
Ans – दुनिया का पहला वेब ब्राउजर का नाम “Mosaic” था |
6. पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का नाम क्या था?
Ans – दुनिया के पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का नाम “ENIAC” था |
7. NOS का फुल फॉर्म क्या है?
Ans – NOS का फुल फॉर्म “Network Operating System” है |
8. कंप्यूटर माउस के जनक कौन है?
Ans – कंप्यूटर माउस के जनक “Douglas Engelbart” हैं |
9. CPU और Memory कहाँ स्थित होती हैं?
Ans – “CPU और Memory” Motherboard में स्थित होती हैं |
10. Microsoft की स्थापना कब हुई थी?
Ans – इस कंपनी की स्थापना 1975 ई० में हुई थी |
11. CPU क्या है?
Ans – CPU कंप्यूटर का वह यूनिट है, जो इसके अंदर अधिकांश सभी Data और कमांड का प्रोसेसिंग करता है | इसे कंप्यूटर का Brain भी कहा जाता है | CPU का पूरा नाम “Central processing unit” है और इसे Processor भी कहा जाता है |
12. कंप्यूटर का मस्तिष्क से कहा जाता है?
Ans – CPU को कंप्यूटर का मस्तिष्क (Brain) कहा जाता है |
13. कंप्यूटर का मुख्य सिस्टम बोर्ड क्या है?
Ans – कंप्यूटर का मुख्य सिस्टम बोर्ड का नाम Motherboard है |
14. कंप्यूटर में बिल्ट-इन स्थायी मेमोरी कौन-सा है?
Ans – कंप्यूटर में बिल्ट-इन स्थायी मेमोरी ROM है |
15. आधुनिक कम्प्यूटर की खोज सर्वप्रथम कब हुई?
Ans – आधुनिक कम्प्यूटर की खोज सर्वप्रथम 1946 ई० में हुई थी |
16. कंप्यूटर का हिन्दी नाम क्या है?
Ans – कंप्यूटर को हिंदी में संगणक कहा जाता है |
17. CPU का पूरा नाम क्या है?
Ans – CPU का फूल फॉर्म “Central Processing Unit” है |
18. ROM का पूरा नाम क्या है?
Ans – ROM का पूरा नाम “Read Only Memory” है |
19. कंप्यूटर माउस का पूरा नाम क्या है?
Ans – कंप्यूटर Mouse का फुल फॉर्म Manually Operated User Selection Equipment है |
20. पहला वाणिज्यिक कंप्यूटर का नाम क्या था?
Ans – पहला वाणिज्यिक कंप्यूटर UNIVAC था |
21. PDF का फुल फॉर्म क्या है?
Ans – पीडीएफ का पूरा नाम “Portable Document Format” है |
22. कौन सा डिवाइस प्रोसेसिंग के लिए कंप्यूटर सिस्टम को सूचना भेजता है?
Ans – Input डिवाइस प्रोसेसिंग के लिए कंप्यूटर सिस्टम को सूचना भेजता है |
23. कीबोर्ड की जिन पर F1, F2 का लेबल लगा होता है, वो क्या कहलाती हैं?
Ans – कीबोर्ड की ये keys को Function keys कहा जाता है |
24. एक टेराबाइट (1 TB) किसके बराबर होता है?
Ans – एक टेराबाइट 1024 GB बराबर होता है |
25. 1 GB किसके बराबर होता है?
Ans – 1 GB “1024 MB” के बराबर होता है |
26. इंटरनेट का अविष्कार किसने किया?
Ans – इंटरनेट का आविष्कार “Vinton Cerf and Bob Kahn” ने किया था |
27. WWW का फुल फॉर्म क्या है?
Ans – इसका पूरा नाम “World Wide Web” है |
28. USB का पूरा नाम क्या है?
Ans: इसका पूरा नाम “Universal Serial Bus” है |
29. GPU का फुल फॉर्म क्या है?
Ans: GPU का पूरा नाम “Graphics Processing Unit” है |
30. UPS क्या होता है?
Ans – UPS का पूरा नाम “Uninterrupted Power Supply” है, UPS एक टाइप के बैटरी है जो की Power Supply के काम करता है |
31. BIOS का पूरा नाम क्या होता है?
Ans – BIOS का पूरा नाम “Basic Input Output System” है |
32. सॉफ्टवेयर के कितने भाग होते है?
Ans – सॉफ्टवेयर “System software और Application Software” दो तरह के होते हैं |
33. WI-FI का पूरा नाम क्या होता है?
Ans – WI-FI क पूरा नाम “Wireless Fidelity” है |
34. HTML का फुल फॉर्म क्या है?
Ans – HTML का पूरा नाम “HyperText Markup Language” होता है |
35. LCD का फुल फॉर्म क्या होता है?
Ans – LCD का फुल फॉर्म “Liquid-crystal display” होता है |
36. LAN का फुल फॉर्म क्या है?
Ans – LAN का पूरा नाम “Local Area Network” है |
37. MB, GB, KB का पूर्ण रूप क्या है?
Ans – Megabyte, Gigabyte, KiloBytes.
38. माउस और कीबोर्ड किस प्रकार के डिवाइस होते हैं?
Ans – माउस और कीबोर्ड Input डिवाइस है |
39. OS का पूर्ण रूप क्या होता है?
Ans – OS का पूरा नाम “Opration System” है |
40. Opration System क्या है?
Ans – कंप्यूटर सिस्टम के हार्डवेयर को चलाने के जिस सॉफ्टवेयर की जरुरत होती है, उसे “Opration System” कहा जाता है |
41. DVD का पूरा नाम क्या है?
Ans – DVD का पूरा नाम “Digital versatile disc” है |
42. Monitor किस प्रकार का डिवाइस है?
Ans – Monitor एक Output Device है |
43. दुनिया में सर्वाधिक कंप्यूटर वाला देश कौन-सा है?
Ans – दुनिया में सर्वाधिक कंप्यूटर वाला देश अमेरिका है |
44. दुनिया का पहला सुपर कंप्यूटर किसने बनाया?
Ans – दुनिया का पहला सुपर कंप्यूटर का निर्माण “Seymour Cray” ने किया था |
45. दो प्रचलित आउटपुट डिवाइस का नाम क्या है?
Ans – मॉनिटर और प्रिंटर दो प्रचलित आउटपुट डिवाइस है |
46. सबसे तेज कंप्यूटर किसे माना जाता है?
Ans – सुपर कंप्यूटर को सबसे तेज कंप्यूटर माना जाता है |
47. पहला कंप्यूटर माउस का आविष्कार कब और किसने किया?
Ans – पहला कंप्यूटर माउस का अविष्कार 1960 ई० में “डगलस एंगेलबार्ट” ने किया था |
48. भारत में निर्मित सुपर कंप्यूटर का नाम क्या है?
Ans – भारत में निर्मित सुपर कंप्यूटर का नाम C-DAC है |
49. गणना और तुलना करने के लिए कंप्यूटर में कौन-से भाषा का उपयोग होता है?
Ans – गणना और तुलना करने के लिए ALU भाषा का उपयोग होता है |
50. कंप्यूटर में प्रोसेसिंग का काम कहाँ होता है?
Ans – कंप्यूटर में प्रोसेसिंग का काम CPU में होता है |
51. CRAY क्या है?
Ans – CRAY एक सुपर कंप्यूटर का नाम है |
Conclusion –
आप सभी को कंप्यूटर (Computer Kya Hai) के बारे में सारी जानकारी कैसी लगी | आप अपने विचार हमसे Comment Box में जरुर साझा करें | उम्मीद है आप सभी को यह Article जरुर पसंद आया होगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर Share करें | कंप्यूटर से जुड़ा अगर कोई सवाल है तो आप हमसे पूछ सकते हैं |
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