आपकी सेहत को बेहतर बनाने के लिए हम इस पोस्ट में आपके लिए एक बेहतर अनाज के बारे में जानकारी लाए हैं | यहाँ हम आपको कॉर्नफ्लोर के बारे में जानकारी देने वाले हैं | कॉर्नफ्लोर एक बहुत ही पोषक तत्वों से भरा अनाज है | इस पोस्ट में कॉर्नफ्लोर के फायदे और नुकसान (Corn Flour ke Fayde aur Nuksan) के बारे में पूरी जानकारी दी गई है तो देर किस बात की चलिए पढ़ना शुरू करते हैं, क्योंकि जिस चीज का सेवन हम अपने शरीर को बेहतर करने के लिए करते हैं उसके बारे में जानना और समझना हमारे लिए बेहद आवश्यक होना चाहिए |
What is Corn Flour in Hindi | कॉर्न फ्लोर क्या होता है?
कॉर्न फ्लोर को अंग्रेजी में “Maize Flour” कहा जाता है और इसे हिंदी में मक्के का आटा भी कहते हैं | इसे साबुत अर्थात् खड़ा मक्के (Corn) को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर बनाया जाता है | यह थोड़ा पीला रंग का होता है | यह पाउडर मोटा और पतला भी हो सकता है |
What is Corn Starch in Hindi | कॉर्न स्टार्च क्या होता है?
कई बार लोग कॉर्न फ्लोर को हीं कॉर्न स्टार्च समझ लेते हैं, मगर ऐसा नहीं है क्योंकि कॉर्न स्टार्च को कॉर्न कर्नल (Corn Kernel) के सफेद स्टार्च एंडोस्पर्म (Endosperm) से बनाया जाता है | इसमें कॉर्न स्टार्च अधिक मात्रा में होता है, जिसे कॉर्न कर्नल के प्रोटीन और फाइबर को हटाकर बनाया जाता है, जिससे कि सिर्फ एंडोस्पर्म स्टार्च हीं रह जाता है | इसका सफेद रंग और यह बारीक पाउडर जैसे होता है |
कॉर्न फ्लोर के फायदे (Corn Flour ke Fayde) –
यहां नीचे कॉर्न फ्लोर के फायदे के बारे में सभी जानकारी प्रदान की गई है | कॉर्न फ्लोर कई गुणों से भरपूर होता है इसका उपयोग हम कई तरह की समस्याओं को ठीक करने में कर सकते हैं | आप यहां दी गई जानकारी को पढ़कर इसके बारे में पूरी तरह से समझ सकते हैं और यह जान सकते हैं कि यह आपके लिए कितना लाभदायक है |
आँखों के लिए फायदेमंद –
मक्का में ल्यूटिन और जैक्सैन्थिन जैसे गुण पाए जाते हैं, जो कि हमारी आँखों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं | Corn Flour का सेवन किसी भी रूप में करने से आँखे स्वस्थ रहती हैं |
आयरन की कमी को पूरा करने में –
कॉर्न फ्लोर (Corn Flour) का नियमित रूप से थोड़ी मात्रा में सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी पूरी हो जाती है | अगर आप Corn Flour का सेवन करते है, तो आप एनीमिया जैसी समस्याओं से भी बच सकते हैं |
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में –
मक्के के तेल में लिनोलेइक एसिड पाया जाता है | यह आपके बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करता है और उसे नियंत्रित करने में मददगार होता है |
हड्डियों की मजबूती के लिए –
कॉर्न फ्लोर या भुट्टा हमारे शरीर की हड्डियों के लिए भी बहुत लाभकारी होता है क्योकिं इसके अंदर घुलनशील फाइबर पाया जाता है और साथ हीं कैल्शियम और आयरन की मात्रा भी मौजूद होती है | यह हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होती है |
पाचन तंत्र को बनाए मजबूत –
भुट्टे के अंदर विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है | यदि आप भुट्टे का सेवन करते है तो यह आपके शरीर में पाचक रस की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे कि पाचनतंत्र मजबूत और स्वस्थ रहता है |
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद –
जैसा कि हम आपको पहले ही बताचुके हैं कि कॉर्न फ्लोर में विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स की मात्रा पाई जाती है, जो कि हमारे शरीर की त्वचा और बालों के लिए बहुत लाभकारी होती है |
वजन कम करने में सहायक –
आपके बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में कॉर्न फ्लोर बहुत सहायक है | इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो हमारे शरीर के वजन को नियंत्रित करने में सहायक होता है |
हृदय के लिए लाभकारी –
कॉर्नफ्लोर हृदय संबंधित रोगों के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है | इसके अंदर फिनोलिक यौगिक एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो हृदय में High Blood Pressure को नियंत्रित करता है | साथ हीं इसके अंदर फेरुलिक एसिड भी पाया जाता है |
शरीर की एनर्जी बढ़ाने में लाभदायक –
मक्के के अंदर कई पोषक तत्व मौजूद हैं, जो हमारे शरीर के एनर्जी को बूस्ट करते है | जब हमारे शरीर में एनर्जी लेवल बूस्ट होता है, तो हमें थकान महसूस नहीं होती है | एनर्जी लेवल बूस्ट करने के लिए आप पॉपकॉर्न का सेवन कर सकते हैं |
कॉर्नफ्लोर के नुकसान (Corn Flour ke Nuksan) –
जिस तरह से कर के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं | उसी तरह भुट्टे के बहुत सारे फायदे के साथ-साथ नुकसान भी है | कॉर्नफ्लोर में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है, कॉर्न की अधिक मात्रा में सेवन की वजह से पेट में दर्द और कब्ज जैसी समस्योओं का सामना करना पड़ सकता है |
आपको एक दिन में लगभग 25 से 30 ग्राम तक हीं कॉर्नफ्लोर का सेवन करना चाहिए | कॉर्नफ्लोर में ग्लूटोन पाया जाता है, जिससे की एलेर्जी जैसी समस्या पैदा हो सकती है | नुकसान जानकर आपको डरने की जरुरत नहीं है क्योकिं यदि आप नियंत्रित मात्रा में इसका सेवन करते है, तो आपको बहुत लाभ मिलेगा |
Corn Flour Kaise Banta Hai | कॉर्न फ्लोर कैसे बनता है?
- कॉर्न फ्लोर को बनाना बहुत हीं आसान है | इसके लिए आप सबसे पहले अपनी जरुरत के अनुसार मक्का ले लीजिए | इसके बाद आप उस मक्के को अच्छी तरह से धो लें |
- मक्के को धोने के बाद उसे सारी रात पानी में भिगोकर छोड़ दें | अगली सुबह जब मक्का फूल जाए तो उस मक्के को पानी से निकालकर किसी मिक्सर के जार में थोड़ा पानी डालकर इसका पतला मिश्रण तैयार कर लीजिए |
- अब किसी भी बर्तन के ऊपर कपड़े को लगाकर इस मिश्रण को अच्छी तरह से छान लें | मिश्रण को छान लेने के बाद आप इस बर्तन या कटोरा, जो भी हो, इसे किसी ऐसी जगह पर रख दीजिए, जहाँ यह कटोरा हिले नहीं |
- कुछ घंटो के बाद एक गाढ़ा पेस्ट कटोरे के नीचे जमा हो जाएगा और सारा पानी ऊपर आ जाएगा | इसके बाद इसमें का सारा पानी गिरा दें और जो गाढ़ा मिश्रण कटोरे में जमा है, उसको धूप में अच्छी तरह से सूखा लीजिए |
- जब यह अच्छी तरह से सूख जाए, तो इसको फिर से मिक्सर में डालकर अच्छी तरह से महीन पीस लीजिए | इसको पीसने के बाद छानकर सूखे डिब्बों में भरकर रख लीजिए | अब आप इसे किसी भी व्यंजन को बनाने के लिए उपयोग कर सकते हैं |
कॉर्न फ्लोर के विभिन्न प्रकार –
- स्वीट कॉर्न (Sweet Corn) – इसे हम बाजार से आसानी खरीद सकते हैं | यह लगभग हर किराना दुकान पर मिल जाता है |
- व्हाइट कॉर्न (White Corn) – इसे हम भोजन के रूप में उपयोग करते हैं और यह चिप्स बनाने में भी काम आता है |
- रेड कॉर्न (Red Corn) – यह मीठा कॉर्न होता है, इसका स्वाद अखरोट की तरह होता है |
- येलो डेंट कॉर्न (Yellow Dent Corn) – येलो डेंट कॉर्न का उपयोग इथेनॉल उत्पादन में होता है | यह एक प्रकार का अल्कोहल है, जिसका उपयोग पेट्रोल में किया जाता है |
- पॉप कॉर्न (Pop Corn) – इस प्रकार की मक्के को हम गर्म करके खाते हैं | इसको गर्म करने पर यह फूल जाता है | यह खाने में बहुत हीं स्वादिष्ट होता है |
- ब्लू कॉर्न (Blue Corn) – इसका उपयोग चिप्स जैसे खाद्य पदार्थो को बनाने के लिए होता है |
- हाई एमाइलोज कॉर्न (High Amylose Corn) – इसका उपयोग वस्त्र उद्योग में ज्यादा होता है, क्योंकि इसके अंदर स्टार्च की मात्रा अधिक पाई जाती है |
- ओर्नामेंटल कॉर्न (Ornamental Corn) – यह मक्के का भारतीय किस्म है, इस प्रकार की मक्के को भारत में कई रंगो के रूप में उगाई जाता है |
FAQ –
कॉर्न फ्लोर को हिंदी में क्या कहते हैं?
Corn Flour को हिंदी में “मक्के का आटा” कहा जाता है |
कॉर्न फ्लोर और मक्के के आटे में क्या अंतर है?
मक्के का आटा बनाने के लिए मक्के के दानों को सीधे पीस दिया जाता है, जबकि कॉर्न फ्लोर बनाने के लिए केवल मक्के के ऊपरी छिलके को निकाल कर पीसा जाता है | कॉर्न फ्लोर यह सफेद और मुलायम होता है |
कॉर्न स्टार्च और कॉर्न फ्लोर में क्या अंतर है?
जी हाँ, इन दोनों में बहुत अंतर है | इन दोनों को न सिर्फ बनाने की प्रक्रिया बल्कि इनके रंग भी काफी अलग होते हैं | कॉर्न फ्लोर और कॉर्न स्टार्च दोनों हीं मक्के (Corn) से हीं बनते हैं मगर इनके स्वाद, उपयोग आदि भिन्न होते हैं |
आरारोट और कॉर्न फ्लोर में अंतर क्या होता है?
मकई का आटा जिसे अंग्रेजी में हम “Corn flour” और अरारोट को अंग्रेजी में “Arrow root” के नाम से जानते हैं | मकई का आटा मक्के के दानों के भीतर के सफ़ेद भाग और उसके स्टार्च द्वारा निर्मित पाउडर होता है जबकि अरारोट को अरारोट पौधे की जड़ों से निकाला जाता है |
कॉर्न फ्लोर से क्या-क्या बनता है?
कॉर्न फ्लोर का उपयोग कर गोभी मन्चूरियन, दही के कबाब, चिल्ली पोटेटो, टमाटर का सूप, आम की आइसक्रीम, चिल्ली पनीर, वेज मन्चूरियन, मलाई कोफ्ता व्हाइट ग्रेवी में, स्प्रिंग रोल रैपर्स इत्यादि बनाया जाता है | इसका इस्तेमाल केक या कुकीज़, पाई (pie), पुडिंग (pudding), सॉस (sauce), स्ट्यू (stew) या सूप (soup) को गाढ़ा बनाने के लिए भी किया जाता है |
कॉर्न फ्लोर को सुरक्षित कैसे रखें?
Corn Flour को सुरक्षित रखने के लिए आपको इसे हवा रहित और सूखे डिब्बों में रखना चाहिए | जिस डिब्बे में आपने कॉर्नफ्लोर रखा है, उस डब्बे को हमेशा सूखे स्थान पर रखें | जिस भी चम्मच का उपयोग Corn Flour निकालने के लिए करें, वह सूखा होना चाहिए | इस तरह कॉर्नफ्लोर को सुरक्षित रहेगा |
Conclusion –
आप सभी को कॉर्न फ्लोर के फायदे और नुकसान (Corn Flour ke Fayde aur Nuksan) के बारे में दी गई जानकारी कैसी लगी | आप अपने विचार हमसे Comment Box में जरुर साझा करें | इस पोस्ट में बताई गई बातें केवल आम जानकारी के लिए हैं | इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लें | कोई भी कदम उठाने से पहले आप अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें |
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