
इस पोस्ट में हम ऐसी दिमाग घुमा देने वाली पहेलियां (Dimagi Paheli with Answer) आपके लिए लाए हैं, जो दिमाग की बत्ती जला देंगी। उम्मीद है यह पहेलियाँ आपको जरुर पसंद आएगी।
100 दिमागी पहेलियाँ उत्तर सहित | Dimagi Paheli with Answer

01. वह क्या है, जो ऊपर नीचे होता है मगर हिलता नहीं?
उत्तर – तापमान

02. वह क्या है, जिसमें से आप सब ले लेंगे फिर भी कुछ बच जाएगा?
उत्तर – सबकुछ

03. ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे हम पानी के अंदर खाते हैं?
उत्तर – गोता

04. ऐसा रूम, जिसकी खिड़की ना दरवाजा तो बताओ क्या?
उत्तर – मशरूम

05. ऐसी कौन-सी चीज है, जिसका आकार तो है लेकिन भार कुछ भी नहीं है?
उत्तर – अक्षर
06. ऐसी कौन-सी चीज है, जिसकी आँखों में अंगुली डालो तो वह अपना मुँह खोल देती है?
उत्तर – कैंची
07. ऐसी कौन-सी चीज है, जो जून में होती है दिसंबर में नहीं, आग में होती है लेकिन पानी में नहीं?
उत्तर – गर्मी
08. बत्तीस ईंटों के दुर्ग के भीतर, छिपी एक महारानी,
हंसकर बोले, दिलों को जीते, ऐंठे तो याद आए नानी।
उत्तर – जीभ
09. पीला-पीला रंग मेरा, गोल-मटोल शरीर,
बड़े-बड़े वीरों के दांत, करूँ खट्टे महावीर।
उत्तर – नींबू
10. पैर नहीं तो नग बन जाए, सिर न हो तो गर,
यदि कमर कट जाए मेरी, तो हो जाता हूँ नर।
उत्तर – नगर
11. पीली हरी हवेली एक, उसमें बैठे कालू राम,
पेट साफ करता हूँ मैं, बूझो तो जरा मेरा नाम।
उत्तर – पपीता
12. वन में काटो, वन में छांटो, वन में हुआ हार-श्रृंगार,
एक बार जल में उतरे, फिर न देखे घर बार।
उत्तर – नौका
13. अंत नहीं तो फौज समझिए, आदि नहीं तो बन गया नानी,
देश प्रेम के लिए न्यौछावर, उनकी बड़ी महान कहानी।
उत्तर – सेनानी
14. नींद में मिलूँ, जागने पर नहीं, दूध में मिलूँ, पानी में नहीं,
दादी में हूँ, नानी में नहीं, कूदने में मिलूँ, भागने पर नहीं।
उत्तर – “द”
15. दो इंच का मनीराम, दो गज की पूंछ,
जहाँ चले मनीराम, वहाँ चले पूंछ।
उत्तर – सुई-धागा
16. तीतर के दो आगे तीतर, तीतर के दो पीछे तीतर,
आगे तीतर पीछे तीतर, बोलो कितने तीतर?
उत्तर – तीन
17. धन दौलत से बड़ी है यह, सब चीजों से ऊपर है यह,
जो पाए इसे पंडित बन जाए, इसे बिन पाए मूर्ख रह जाए।
उत्तर – विद्या
18. तीन अक्षर का मेरा नाम, उल्टा-सीधा एक समान,
आता हूँ खाने के काम, बूझो तो भाई मेरा नाम?
उत्तर – डालडा
19. हाथ-पैर में पड़ी जंजीर, फिर भी दौड़ लगाती,
टेढ़े-मेढ़े रास्तों से, गाँव-गाँव घूमती।
उत्तर – साइकिल
20. चार खंभे चलते जाएँ, सबसे आगे अजगर,
पीछे सबके सांप चल रहा, फिर भी तनिक नहीं है डर।
उत्तर – हाथी
21. हरा किला है, लाल महल, श्वेत-श्याम सब वासी हैं,
भीतर जल-थल में रहते, बाहर से मजबूती है।
उत्तर – तरबूज
22. नन्हीं कील को ढूंढ निकालूँ, अजब निराली चीज,
प्लास्टिक को ढूंढ न पाऊँ, आती मुझको खीज।
उत्तर – चुम्बक
23. बीस मार्च को दिवस मनाते, चहक-चहक इठलाऊँ,
दाना-पानी लोग न रखते,क्या पीऊँ, क्या खाऊँ।
उत्तर – गौरैया
24. काँच से बनती है, सुन्दर और चमकीली,
मम्मी की कलाई में सजती, लाल, हरी, नीली, पीली।
उत्तर – चूड़ियाँ
25. चुटकी भर डालो मुझे, बढ़िया सोच-विचार,
कितनी भी हो स्वादिष्ट सब्जी, मुझ बिन होती बेकार।
उत्तर – नमक
26. जन्म के बाद आता हूँ, मरने के पहले जाता हूँ,
क्रोध में रगड़ा जाता हूँ, भोजन खूब चबाता हूँ।
उत्तर – दाँत
27. एक शब्द अंग्रेजी का, दस अक्षर होते जिसमें,
पाँच व्यंजन हैं शामिल, पाँच स्वर भी होते जिसमें।
उत्तर – Precaution
28. प्रथम कटे तो मन बनूँ, अंत कटे तो मूल्य,
मध्ये कटे सुकर्म हो, ऐसे जीत लूँ सबका दिल।
उत्तर – दामन
29. मांस नहीं, हड्डी नहीं, सिर्फ उंगलियाँ मेरी,
नाम बता भाई कौन हूँ मैं, जानें अक्ल हम तेरी।
उत्तर – दस्ताने
30. आज यहाँ, कल वहाँ रहे, नहीं किसी के पास रुके,
और रुक जाए किसी के घर, तो फिर घुमा देता है सर।
उत्तर – पैसा
31. झुकी कमर का बूढ़ा, जहाँ ठहर जाए,
वहीं पर भाषा रुके, सवाल उभर जाए।
उत्तर – प्रश्नवाचक चिह्न (?)
32. तीन अक्षर का मेरा नाम, उल्टा-सीधा एक समान,
सुभाष चन्द्र का मैं हूँ गाँव, जल्दी बताओ मेरा नाम?
उत्तर – कटक
33. एक चीज है ऐसी भैया, मुंह खोले बिन खाई जाए,
बिन काटे और बिना चबाए, खानी पड़े रुलाई आए।
उत्तर – पिटाई
34. चाय गरम है, गरम है पानी, दूध गरम घण्टे बीते,
चाहे दिन हो, रात हो चाहे, बड़े मज़े से सब पीते।
उत्तर – थर्मस
35. ना तो पंख हैं, ना तो पैर हैं, फिर भी चलती पानी में,
सबको उनकी मंज़िल पहुँचाती, ज़िक्र भी आता कहानी में।
उत्तर – नाव
36. एक किले के दो हीं द्वार, जिसके सैनिक लकड़ीदार,
दीवार से टकरा गए, तो खत्म उनका संसार।
उत्तर – माचिस
37. रंग-बिरंगी देह हमारी, भरे पेट में फाहा,
जाड़े की कठिन रातों में, सबने मुझको चाहा।
उत्तर – रजाई
38. अश्व की सवारी, भाला ले भारी,
घास की रोटी खाई, जारी रखी लड़ाई।
उत्तर – महाराणा प्रताप
39. इचक दाना-बीचक दाना, दाने ऊपर दाना,
छज्जे ऊपर मोर नाचे, लड़का है दीवाना।
उत्तर – अनार
40. पक्षी देखा एक अलबेला, पंख बिना उड़ रहा अकेला,
बांध गले में लम्बी डोर, नाप रहा अम्बर का छोर।
उत्तर – पतंग
41. वैसे मैं काला, जलाओ तो लाल,
फेंको तो सफेद, खोलो मेरा भेद।
उत्तर – कोयला
42. घेरदार है लहंगा उसका, एक टांग से रहे खड़ी,
सबको उसी की इच्छा होती, हो बरखा या धूप कड़ी।
उत्तर – छतरी
43. जिसने घर में खुशी मनाई, मुझे बांध कर करी पिटाई,
मैं जितनी चीखी-चिल्लाई, उतनी हीं कस कर मार लगाई।
उत्तर – ढोलक
44. पानी पीकर हवा उगलता, गर्मी में आता हूँ काम,
सर्दी में मेरा नाम न लेना, अब बता दो मेरा नाम।
उत्तर – कूलर
45. दिखने में मैं सींकिया पहलवान, लेकिन गुणों में हूँ बलवान,
शीतल, मधुर और तरल रसीला, गांठदार परिधान।
उत्तर – गन्ना
46. रक्त से सना हूँ, दो अक्षर का नाम है,
बहादुर के पहले, जवाहर के बाद, यह मेरी पहचान है।
उत्तर – लाल
47. बच्चों! एक लाठी की सुनो कहानी,
छुपा है जिसमें मीठा-मीठा पानी।
उत्तर – गन्ना
48. अगर नाक पर मैं चढ़ जाऊँ,
तो कान पकड़कर खूब पढ़ाऊँ।
उत्तर – चश्मा
49. एक गुफा के दो रखवाले,
दोनों लंबे, दोनों काले।
उत्तर – मूंछें
50. मैं मरती हूँ, मैं कटती हूँ,
पर रोते हो तुम, पहचानो कौन हूँ मैं।
उत्तर – प्याज
51. एक राजा की अनोखी रानी,
दुम के सहारे पीती पानी।
उत्तर – दीपक
52. मेरे नाम से सब डरते हैं,
मेरे लिए परिश्रम करते हैं।
उत्तर – परीक्षा
53. बूझो भैया एक पहेली,
जब काटो तब नई नवेली।
उत्तर – पेंसिल
54. आवाज है पर इंसान नहीं,
जुबान है पर निशान नहीं।
उत्तर – ऑडियो कैसेट
55. काली-काली माँ, लाल-लाल बच्चे,
जहाँ जाए माँ, वहाँ जाएँ बच्चे।
उत्तर – ट्रेन
56. दादी-नानी का यह धन,
बच्चों का खुश कर दे मन।
उत्तर – कहानी
57. सीधी होकर नीर पिलाती,
उल्टी होकर दीन कहलाती।
उत्तर – नदी
58. मारे फिर भी आदर पाता,
पुलिस नहीं फिर क्या कहलाता।
उत्तर – टीचर
59. कहे लोमड़ी लगते दूर,
फल है कौन बताओ हुजूर।
उत्तर – अंगूर
60. बिना सहारे लटक रहे हैं,
बिन बिजली के चमक रहे हैं।
उत्तर – तारे
61. दुनिया का कौन-सा जीव है,
जिसकी पांच आँखें होती हैं?
उत्तर – मधुमक्खी
62. चार खड़े, दो अड़े, दो पड़े,
एक-एक के मुंह में दो-दो पड़े।
उत्तर – खाट
63. सब सोएँ पर यह न सोए,
चोर भाई की आँखें रोएँ।
उत्तर – स्ट्रीट लाइट
64. कंप्यूटर का मैं “की” कहलाता,
मुझसे अक्षर, अंकन आता।
उत्तर – कीबोर्ड (Keyboard)
65. हरी डिब्बी, पीला मकान,
उसमें बैठे कालू राम।
उत्तर – पपीता और बीज
66. बेशक न हो हाथ में हाथ,
जीता है वह आपके साथ।
उत्तर – परछाई
67. कमर बाँध कोने में पड़ी,
बड़ी सबेरे अब है खड़ी।
उत्तर – झाड़ू
68. तीन रंग की तितली,
नहा धोकर निकली।
उत्तर – समोसा
69. काला घोड़ा, सफेद सवारी,
एक उतरा तो दूसरे की बारी।
उत्तर – तवा और रोटी
70. मैं हरी, मेरे बच्चे काले,
मुझे छोड़ मेरे बच्चे खा ले।
उत्तर – इलायची
71. काले वन की रानी है,
लाल पानी पीती है।
उत्तर – खटमल
72. हरी डंडी, लाल कमान,
तौबा-तौबा करे हर इंसान।
उत्तर – लाल मिर्च
73. एक पहेली मैं बुझाऊँ,
सिर को काट नमक छिड़काऊँ।
उत्तर – खीरा
74. तीन अक्षर का मेरा नाम,
उल्टा सीधा एक समान।
उत्तर – जहाज
75. “बा” अक्षर है पहला नाम,
जल भरने के आऊँ काम।
उत्तर – बाल्टी
76. “शौ” अक्षर पहले है आता,
हर घर की मैं शान बढ़ाता।
उत्तर – शौचालय
77. घर की डॉक्टर, घर की रानी,
बीच चौक में लगे सुहानी।
उत्तर – तुलसी
78. कांटों से निकले, फूलों में उलझे,
नाम बताओ तो समस्या सुलझे।
उत्तर – तितली
79. ऊँट की बैठक, हिरन की चाल,
बोलो वह कौन है पहलवान।
उत्तर – मेढ़क
80. हजार लाख में रहे अँधेरा,
मात्र एक हीं में उजाला।
उत्तर – चाँद
81. छोटा हूँ पर बड़ा कहलाता,
रोज दही की नदी में नहाता।
उत्तर – दहीबड़ा
82. चार ड्राइवर एक सवारी,
उसके पीछे जनता भारी।
उत्तर – मुर्दा
83. बीसों का सिर काट लिया,
ना मारा ना ख़ून किया।
उत्तर – नाख़ून
84. लाल घोड़ा रुका रहे,
काला घोड़ा भाग जाए, बताओ कौन?
उत्तर – आग और धुँआ
85. सोलह, बारह, आठ कड़ी है,
लंबी डंडी एक छड़ी है।
उत्तर – छाता
86. जन्म तो हुआ जंगल में,
नाचे पर गहरे जल में।
उत्तर – नौका
87. एक प्लेट में दो अंडा,
एक गर्म, एक ठंडा।
उत्तर – सूरज और चंदा
88. उजली धरती काले बीज,
हमको देती सुन्दर सीख।
उत्तर – पुस्तक
89. सिर पर ताज, गले में थैला,
मेरा नाम बड़ा अलबेला।
उत्तर – मुर्गा
90. जादू के डंडे को देखो, कुछ पीए न खाए,
नाक दबा दो तुरंत, रोशनी चारों ओर फैलाए।
उत्तर – टॉर्च
91. बताओ ऐसी दो बहनें, संग हंसती, संग गाती हैं,
उजले-काले कपड़े पहने, पर मिल कभी न पाती हैं।
उत्तर – आँखें
92. काठ की कठोली, लोहे की मथानी,
इसे दो-दो आदमी मथे पर, मक्खन दही न आनी।
उत्तर – आरी
93. बापू के नाम से हुई, इस शहर की पहचान,
गुजरात की राजधानी, नगर है बड़ा महान।
उत्तर – गांधीनगर
94. दो अक्षर का मेरा नाम, आता हूँ खाने के काम,
उल्टा लिखकर नाच दिखाऊँ, फिर क्यों अपना नाम छिपाऊँ?
उत्तर – चना
95. पांच अक्षर का मेरा नाम, उल्टा-सीधा एक समान,
दक्षिण भारत में रहती हूँ, बोलो तो मैं कैसी हूँ?
उत्तर – मलयालम
96. पवित्र प्यार का चिह्न हूँ मैं, गैरों को बना लूँ अपना,
उल्टा कर दो सब्जी हूँ, खा सकते हो मुझे कच्चा।
उत्तर – राखी
97. रात दिन है मेरा, घर पर तुम्हारे डेरा,
रोज मीठे गीतों से, करती नया सवेरा।
उत्तर – गौरया
98. पानी का मटका, पेड़ पर लटका,
हवा हो या झटका, उसको नहीं पटका।
उत्तर – टमाटर
99. बिना चूल्हे की खीर बनी, ना मीठी ना नमकीन,
थोड़ा-थोड़ा खा गए, बड़े-बड़े शौक़ीन।
उत्तर – चूना
100. दो अक्षर का नाम है, रहता हरदम जुखाम है,
कागज मेरा रुमाल है, बताओ मेरा क्या नाम है?
उत्तर – कलम
Conclusion
आपको इस दिमागी पहेलियों (Dimagi Paheli with Answer) के खजाना को पाकर कैसा लगा। उम्मीद है इन पहेलियों ने आपके दिमाग को घुमा दिया होगा। अब आप इन दिमागी पहेलियों को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें । इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!