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हिंदी व्याकरण की परिभाषा, प्रकार, उदाहरण, महत्व और उपयोग क्या है?

FOUNDER & AUTHOR - NAWAZ AAMIR


हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है अतः इसके बारे में जानना हमारे लिए बेहद आवश्यक हो जाता है | इस पोस्ट में हिंदी व्याकरण की परिभाषा (hindi vyakaran ki paribhasha), प्रकार, उदहारण उपयोग आदि सभी जानकारी मौजूद है |

व्याकरण का महत्व हमारे जीवन में बहुत बड़ा है, क्योंकि हम इंसान खुद की भावना व्यक्त करने के लिए और दूसरों की भावना को समझने के लिए या आपस में संवाद करने के लिए किसी न किसी भाषा का उपयोग जरूर करते हैं |

जब भी हम किसी भाषा का उपयोग करते हैं तो हम उस भाषा के व्याकरण का उपयोग करते हैं | यहाँ हम बात कर रहे हैं हिंदी भाषा की, तो यह जरूरी हो जाता है कि हमें हिंदी भाषा के व्याकरण की जानकारी हो |


TABLE OF CONTENTS HIDE
1 हिंदी व्याकरण किसे कहते हैं? | Hindi Vyakaran Kise Kahate Hain –
2 व्याकरण के भेद (Vyakaran ke Bhed) –
2.1 1. वर्ण विचार
2.2 2. शब्द विचार
2.3 3. पद विचार
2.4 4. वाक्य विचार
3 हिंदी व्याकरण की विषय सूची –
4 Conclusion –

hindi vyakaran ki paribhasha

हिंदी व्याकरण किसे कहते हैं? | Hindi Vyakaran Kise Kahate Hain –


व्याकरण हिंदी भाषा की वह रचना है, जो हिंदी भाषा को बोलने, लिखने या समझने की प्रक्रिया को शुद्ध करता है | व्याकरण तीन शब्दों से मिलकर बनता है – “वि+आ+करण”, जिसका अर्थ होता है “भली- भाँति समझना”

हिंदी व्याकरण (Hindi Grammar) के जनक बनारस के दामोदर पंडित हैं, जिनके द्वारा लिखित द्विभाषिक ग्रंथ उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण है, जो 12 वीं शताब्दी के समकालीन है |

जब हम हिंदी भाषा के माध्यम से अगर किसी को समझाना चाहते हैं, बोलना चाहते हैं, या उससे संवाद स्थापित करना चाहते हैं तो हमें हिंदी भाषा के व्याकरण को जानना अति आवश्यक है |

हिंदी भाषा का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में बहुत ज्यादा होता है इसलिए बिना व्याकरण के हम शुद्ध हिंदी को बोल नहीं सकते, लिख नहीं सकते, समझ नहीं सकते | अगर सरल भाषा में हम कहें तो व्याकरण किसी भी भाषा की वह चाबी है, जिसके बिना भाषा के ताला को खोल नहीं जा सकता है |


व्याकरण के भेद (Vyakaran ke Bhed) –


व्याकरण हिंदी भाषा की संरचना होती है, जिसके माध्यम से किसी भी भाषा का वास्तविक रूप सामने आता है | व्याकरण के मुख्यतः चार भाग होते है, जो निम्नलिखित है |

  • वर्ण विचार
  • शब्द विचार
  • पद विचार
  • वाक्य विचार

1. वर्ण विचार

हिंदी व्याकरण की सबसे छोटी इकाई ध्वनि होती है, इसी ध्वनि को वर्ण या अक्षर भी कहा जाता है, जिसके खंड अर्थात् टुकड़े नहीं किए जा सकते और वर्णों को व्यवस्थित करने के समूह को वर्णमाला कहा जाता है |

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिंदी वर्णमाला में कुल 52 वर्ण (अक्षर) होते हैं, जिनमें 13 स्वर, 35 व्यंजन और 4 संयुक्त व्यंजन होते हैं | सभी वर्णों को हिंदी व्याकरण के अंतर्गत में “स्वर और व्यंजन” दो भागों में बाँटा गया है |


2. शब्द विचार

हिंदी व्याकरण का दूसरा खंड शब्द विचार है | जब एक से अधिक वर्ण आपस में मिलते हैं तो उसे शब्द कहा जाता है | अगर हम उदहारण के तौर पर देखें तो पवन, सरल, आम आदि | पवन शब्द “प-व-न” अक्षर और आम शब्द “आ-म” अक्षर से मिलकर बना है |

विकारी शब्द – यह ऐसे शब्द होते हैं, जिन्हें वाक्य में प्रयोग करने पर उनका रूप बदल जाता  है, विकारी शब्दों को चार भागों में बाँटा गया है – संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया |

उदाहरण –  “बिहार भारत का सबसे अच्छा राज्य है” और “वहाँ सब अच्छे लोग रहते हैं” – इन दोनों वाक्यों में ‘अच्छा’ शब्द के दो अलग अलग रूप देखने को मिलते हैं |

अविकारी शब्द – जिन शब्दों के रूप में कभी कोई परिवर्तन नहीं होता है, उसे अविकारी शब्द कहलाते हैं | अविकारी शब्दों को चार भागों में बाँटा गया है – क्रिया-विशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक और विस्मयादिबोधक |

उदाहरण – बल्कि, परन्तु, यहाँ, वहाँ, अर्थात् आदि |


3. पद विचार

हिंदी व्याकरण का तीसरा खंड पद विचार है | किसी भी वाक्य में प्रयोग होने वाले शब्द को पद कहा जाता है | जब किसी शब्द का किसी वाक्य में प्रयोग होता है तो उस शब्द को पद मिल जाता है |

उदाहरण – “मोहन घर जा रहा है”, इस वाक्य में मोहन शब्द का प्रयोग करने के पश्चात् इसको एक पद मिल गया है |


4. वाक्य विचार

जब हम कई शब्दों को एक साथ मिलाते हैं तो वाक्य बनता है | मगर हमें ध्यान होना चाहिए कि हमें शब्दों को एक साथ ऐसे जोड़ना है, जिसका कोई अर्थ निकले, ऐसा नहीं कि वो अर्थहीन हो |

उदाहरण – कोहली क्रिकेट खेलता है | रोनाल्डो फुटबॉल खेल रहा है | हम घर जा रहे हैं और बारिश हो रही है |

साधारण वाक्य / सरल वाक्य – ऐसा वाक्य, जिसका केवल एक हीं उद्देश्य होता है, उसे सरल वाक्य कहा जाता है | ऐसे वाक्य में कर्त्ता मुख्य होता है |

उदाहरण – दीपक बाहर जा रहा है, इस वाक्य में दीपक “कर्त्ता” है, जो मुख्य है |

संयुक्त वाक्य – दो वाक्यों से मिलकर एक वाक्य बनता है, जिसे संयुक्त वाक्य कहा जाता है | इसमें कोई प्रधान वाक्य नहीं होता है | इन वाक्य को जोड़ने के लिए “लेकिन, और, परन्तु, बल्कि, अथवा” जैसे शब्दों का उपयोग किया जाता है |

उदाहरण – मैं घर समय से पहुँच जाता मगर गाड़ी रास्ते में ख़राब हो गई |

मिश्रित वाक्य/मिश्र वाक्य – मिश्रित वाक्य में भी दो वाक्य रहते हैं मगर इसमें दूसरा वाक्य पहले वाक्य पर निर्धारित होता है |

उदाहरण – जो लड़का क्रिकेट खेल रहा है, वो मेरा भाई है |


hindi vyakaran ki paribhasha

हिंदी व्याकरण की विषय सूची –


  • संज्ञा
  • सर्वनाम
  • विशेषण
  • क्रिया
  • क्रियाविशेषण
  • समुच्चय बोधक
  • विस्मयादि बोधक
  • पुरुष
  • वचन
  • लिंग
  • कारक
  • उपसर्ग
  • प्रत्यय
  • संधि
  • समास

Conclusion –

हिंदी व्याकरण की परिभाषा (hindi vyakaran ki paribhasha) के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी | हमसे अपनी राय जरुर साझा करें | यहाँ पर दी गई जानकारी को आप शेयर जरुर करें ताकि इससे और लोगों की भी मदद हो सके |


  • संज्ञा की परिभाषा
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About NAWAZ AAMIR

मेरा नाम नवाज़ आमिर है | मैं "moralhindi.com" का Founder और Author हूँ | मैं ब्लॉगिंग के क्षेत्र में लगभग तीन साल से कार्यरत हूँ | मेरा उद्देश्य है कि मैं इस ब्लॉग के माध्यम से आप सभी को हिंदी भाषा में बेहतर जानकारी प्रदान कर सकूँ | आप सभी से विनम्र अनुरोध है कि आप अपना सुझाव हमसे जरुर साझा करें | इस ब्लॉग को निरंतर पढ़ने के लिए आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद |

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