संज्ञा हिंदी व्याकरण का प्रमुख भाग है | हमने यहाँ संज्ञा की परिभाषा (Sangya ki Paribhasha), भेद, उदहारण, उपयोग आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है |
संज्ञा किसे कहते हैं (Sangya Kise Kahate Hain) –
किसी व्यक्ति, वस्तु, जाति, स्थान, गुण, भाव, क्रिया इत्यादि का ज्ञान कराने वाले शब्द या नाम को संज्ञा कहा जाता है |
उदाहरण – श्याम (व्यक्ति), किताब (वस्तु), चिड़िया (जाति), पटना (स्थान), ईमानदारी (गुण), दुःख (भाव), खेलना (क्रिया) |
संज्ञा के भेद (Sangya ke Bhed) –
हिंदी व्याकरण के अनुसार संज्ञा के मुख्यतः पाँच भेद होते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं | आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि हिंदी व्याकरण में पुरानी मान्यता के अनुसार संज्ञा के पांच भेद होते हैं मगर आधुनिक मान्यता के अनुसार अब संज्ञा के केवल तीन हीं भेद माने जाते हैं |
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
- द्रव्यवाचक संज्ञा
- समूहवाचक संज्ञा
01 – व्यक्तिवाचक संज्ञा (Vyaktivachak Sangya Kise Kahate Hain) –
ऐसा शब्द या नाम, जो किसी एक व्यक्ति, वस्तु और स्थान इत्यादि का बोध कराता हो, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहा जाता है |
जैसे – विराट कोहली (व्यक्ति), कंप्यूटर (वस्तु), चेन्नई (स्थान) |
व्यक्तिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण (Vyaktivachak Sangya ke Udaharan) –
- कोहली और सिराज सच्चे दोस्त हैं |
- जसप्रीत बुमराह एक तेज़ गेंदबाज़ है |
- रोनाल्डो दुनिया का सबसे अमीर फुटबॉलर है |
- मैं क्रिकेट खेल रहा हूँ |
- भारत सबसे ताकतवर देश है |
- पटना गंगा नदी के किनारे बसा है |
- चेन्नई तमिलनाडु की राजधानी है |
- सोहन का कंप्यूटर ख़राब हो गया है |
- मेरी पुस्तक नहीं मिल रही है |
- राम के पास दो कार हैं |
02 – जातिवाचक संज्ञा (Jativachak Sangya Kise Kahate Hain) –
वह शब्द, जो किसी व्यक्ति, वस्तु और स्थान आदि की पूरी जाति का बोध कराता हो, उसे जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है |
जैसे – जानवर, पक्षी, राज्य, नदी, शहर |
जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण (Jativachak Sangya ke Udaharan) –
- मैं बक्सर जिला का निवासी हूँ |
- अभिषेक का घर नदी के किनारे है |
- कार्तिक आर्यन एक अभिनेता हैं |
- मछली पानी के बिना मर जाती है |
- मनुष्य सबसे बुद्धिमान जीव है |
- गाय भारत में पूजनीय है |
- कंप्यूटर से काम करना आसान है |
- सारा अनाज खत्म हो गया है |
- हमारे राज्य की सड़कें बहुत अच्छी हैं |
- भारत की आत्मा गाँव में बसती है |
03 – भाववाचक संज्ञा (Bhavvachak Sangya Kise Kahate Hain) –
जो शब्द किसी चीज़ या पदार्थ की अवस्था, दशा या भाव का बोध कराते हैं, उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहा जाता है |
जैसे – ईमानदारी, सुंदरता, खट्टापन, बुढ़ापा, मोटापा, मिठास, आदि |
भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण (Bhavvachak Sangya ke Udaharan) –
- ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है |
- मोटापा सेहत के लिए बेहद खतरनाक है |
- अच्छाई हमेशा बुराई पर विजय प्राप्त करती है |
- अन्नानास बहुत मीठा है |
- इस बगीचे के आम बहुत खट्टे हैं |
- वह मुस्कुरा रहा है |
- क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है |
- चोरी करना अपराध है |
- गीता एक ईमानदार लड़की है |
- श्याम बचपन में बहुत शरारत करता था |
04 – समूहवाचक संज्ञा (Samuhvachak Sangya Kise Kahate Hain) –
जिन संज्ञा शब्दों से किसी भी व्यक्ति या वस्तु के पूरे समूह का बोध होता है, उन शब्दों को समूहवाचक या समुदायवाचक संज्ञा कहा जाता है |
जैसे – भीड़, झुंड, परिवार, कक्षा, सेना, पुलिस आदि |
समूहवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण (Samuhvachak Sangya ke Udaharan) –
- बच्चे स्कूल में पढ़ने जा रहे हैं |
- मंदिर में लोग भजन गा रहे हैं |
- मेरा दोस्त मेला देखने जा रहा है |
- मेरे परिवार में कुल पाँच लोग हैं |
- सभी खिलाड़ी मैदान में दौड़ रहे हैं |
- हमलोग मिठाइयाँ बाँट रहे हैं |
- सभी लड़कियाँ नृत्य कर रही हैं |
- वहाँ हाथियों का झुण्ड जा रहा है |
- चुनाव में जनता मतदान कर रही है |
- मजदूरों ने अपना काम ख़त्म कर दिया है |
05 – द्रव्यवाचक संज्ञा (Dravyavachak Sangya Kise Kahate Hain) –
ऐसे शब्द, जो वस्तु के तरल, ठोस, गैस, अधातु, धातु, पदार्थ, द्रव्य आदि के होने का बोध अर्थात् वस्तु की द्रव्यता का बोध कराते हैं, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहा जाता है | द्रव्यवाचक संज्ञा अगणनीय होती है |
जैसे – हवा, दूध, तेल, घी, पानी, चाँदी, सोना, चाँदी, पीतल, ताँबा इत्यादि |
द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण (Dravyavachak Sangya ke Udaharan) –
- वह प्रतिदिन दो लीटर दूध पीता है |
- हमारी कार में पेट्रोल ख़त्म हो चुका है |
- चाय में चीनी कम डालना चाहिए |
- आम का रस बहुत स्वादिष्ट होता है |
- मैं सब्जी खरीदने बाजार जा रह हूँ |
- पायल चाँदी से बनाया जाता है |
- सादिया को हीरे की अंगूठी पसंद है |
- यहाँ पानी हीं पानी है |
- उसके पास सोने का कंगन है |
- घी खाने से ताकत बढ़ती है |
Conclusion –
इस पोस्ट में हमने संज्ञा की परिभाषा (Sangya ki Paribhasha) के बारे में सारी जानकारी आपके सामने प्रस्तुत की है | उम्मीद है आप सभी को यह जानकारी बेहद पसंद आई होगी | हमारी आपसे अनुरोध है कि इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें |
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