जब भी हम या आप काम की थकान से या किसी और भी कारण से उदास हो जाते हैं, तब हमें मनोरंजन की जरुरत होती है | आज हम इस लेख में आपकी उदासी को दूर करने के लिए 1000 मजेदार चुटकुले का बेहतरीन खजाना लेकर आए हैं | अब आप इन्हें पढ़कर मजा लीजिए और इन मजेदार चुटकुलों को अपने दोस्तों को भी सुनाइए ताकि वे भी खुश हो सकें |
1000 मजेदार चुटकुले | Majedar Chutkule Jokes in Hindi
गणित के मास्टर जी पढ़ा रहे थे कि अगर 100 किलो = 1 टन है, तो 300 का कितना टन होगा?
चिंटू – टन टन टन |
गप्पू स्टेशनरी दुकान में जाकर कहता है – अंकल प्रिंटर के लिए पेपर देना |
दुकानदार – A4?
गप्पू – एप्पल! अब जल्दी से पेपर दे दो अंकल |
चिंटू रो रहा था | पापा ने रोने का कारण पूछा, तो उसने कहा दस रुपये दोगे, तो बताऊँगा |
पापा ने चिंटू को दस रुपये दे दिए और कहा – अब बताओ?
चिंटू ने झट से जवाब दिया – मम्मी यहीं 10 रुपये नहीं दे रही थीं, इसलिए रो रहा था |
मास्टर जी – चिंटू, 15 फलों के नाम बताओ?
चिंटू – आम, केला, अमरूद और एक दर्जन केले |
मम्मी – चिंटू, तुम बहुत शरारती हो | बंदर जैसी हरकत करते-करते देखने में भी बंदर जैसे लगने लगे हो |
चिंटू – लेकिन मम्मी, पड़ोस वाली आंटी तो कहती हैं कि तुम बिलकुल अपने पापा की तरह दिखते हो |
पापा – चिंटू, जब मैं तुम्हारी उम्र का था तो कभी झूठ नहीं बोलता था |
चिंटू – तो फिर आपने किस उम्र में झूठ बोलना शुरू किया?
मेहमान – और बताओ चिंटू बेटा, आगे क्या सोचा है?
चिंटू – बस अंकल, आपके जाते हीं बिस्कुट खाऊँगा | अब नमकीन तो आप पूरा खा हीं गए हैं |
मास्टर जी ने चिंटू का टिफिन खा लिया |
मास्टर जी – चिंटू, घर जाकर क्या कहोगे?
चिंटू – यहीं कि एक जानवर ने मेरा टिफिन खा लिया |
चिंटू – मम्मी, आज मैंने एक लड़के को खूब मारा है |
मम्मी – क्यों?
चिंटू – उसने मेरा पेन चुरा लिया था और माँगने पर भी नहीं दे रहा था |
मम्मी – लेकिन, तुम तो अपना पेन आज घर हीं भूल गए थे |
एक तोता कार से टकरा गया, तो कार वाले ने घर लाकर उसे एक पिंजरे में डाल दिया |
जब तोते को होश आया, तो वो चिल्ला कर बोला – आईला! जेल….. इसका मतलब वो कार वाला मर गया |
मास्टर जी – चिंटू बताओ, भगवान कहाँ रहते हैं?
चिंटू – हमारे घर के बाथरूम में |
मास्टर जी – ये तुम्हें कैसे पता?
चिंटू – क्योंकि, मेरे पापा हर रोज सुबह रोज नहाने जाते हैं तो कहते हैं – हे भगवान! तुम अभी तक अंदर हीं हो |
चिंटू – मम्मी, आपके लिए मेरी क्या कीमत है?
मम्मी – अरे, तुम तो करोड़ों से भी कीमती हो |
चिंटू – तो फिर उन करोड़ रुपये में से मुझे 10 रुपये दे दो, मुझे आइसक्रीम खानी है |
मास्टर जी – पप्पू , ‘Kabutar’ पर वाक्य बना कर सुनाओ |
पप्पू – पता ही नहीं चलता….. शाम को पी हुई सुबह ‘kab utar’ जाती है |
अब मास्टर जी ने पप्पू के लिए पेरेंट्स मीटिंग बुलाई है |
मास्टर जी – वह कौन-सा पक्षी है, जो पंख होने पर भी नहीं उड़ सकता है?
चिंटू – मास्टर जी, मरा हुआ पक्षी |
चिंटू – बाल छोटे कर दो….
नाई – कितना?
चिंटू – इतना कि मास्टर जी के हाथ में न आ सके |
मास्टर जी – चिंटू, स्वर और व्यंजन में क्या फर्क है?
चिंटू – मास्टर जी, स्वर मुँह से बाहर निकलते हैं और व्यंजन मुँह के अंदर जाते हैं |
चिंटू – मम्मी दस रुपये चाहिए गरीब को देने हैं |
मम्मी – कहाँ है गरीब?
चिंटू – बाहर कड़ी धूप में आइसक्रीम बेच रहा है |
चिंटू – मास्टर जी, अगर राष्ट्र गान और राष्ट्र पशु दोनों एक साथ आए, तो खड़े रहना है या भागना है?
मास्टर जी ने तुरंत इस्तीफा दे दिया |
मम्मी ने पिंकी को डाँटते हुए कहा – दूध क्यों उबल जाता है, पानी क्यों बह जाता है और सब्जी क्यों जल जाती है?
पिंकी – व्हाट्सएप पर रिप्लाई करने के चक्कर में |
चिंटू – मम्मी, क्या मैं भगवान की तरह दिखता हूँ?
मम्मी – नहीं, पर तुम क्यों पूछ रहे हो?
चिंटू – क्योंकि मैं जब भी कहीं जाता हूँ, तो सब मुझे देखकर कहते हैं कि हे भगवान! फिर आ गए तुम |
मास्टर जी – संदीप अब शराब नहीं पीता है | इसमें संदीप क्या है?
चिंटू – इसमें संदीप माता रानी का भक्त है, जिसने नवरात्रि के व्रत रखे हुए हैं |
मास्टर जी – चिंटू बताओ, बिजली कहाँ से आती है?
चिंटू – मामा के घर से |
मास्टर – वो कैसे?
चिंटू – जब भी बिजली जाती है, तो पापा कहते हैं – सालों ने फिर से बिजली काट दी |
चिंटू – डॉक्टर अंकल, कल आप हमारे यहाँ दावत में क्यों नहीं आए थे?
डॉक्टर – क्योंकि, अगर मैं दावत खाने जाता तो दावत खाकर लौटने वाले मरीजों को कौन देखता?
मास्टर जी – टेबल पर चाय किसने गिराई? इसे अपनी मातृभाषा में बोलकर सुनाओ |
चिंटू – अरे नालायक, धुली चद्दर का नाश करके मिल गई शान्ति? अब ये तेरा बाप धोएगा या तू……
मास्टर जी अभी भी बेहोश हैं |
पापा – एक जमाना था जब मैं 10 रुपये में हीं दूध, सब्जी और फल लेकर आता था |
चिंटू – हाँ, तब दुकानों में सीसीटीवी कैमरे नहीं होते थे |
रात में चिंटू को एक मच्छर ने काट लिया | चिंटू गुस्से में रात भर मच्छर मारने के लिए उसके पीछे चप्पल लेकर भागता रहा | ऐसा करते करते-करते सुबह हो गई, फिर भी उसे मार नहीं पाया |
चिंटू – चलो कोई बात नहीं, इसे मार तो नहीं पाया मगर शुक्र है कि मैंने इसे रात भर सोने नहीं दिया |
मास्टर जी केमिस्ट्री पढ़ा रहे थे |
तभी मास्टर जी ने चिंटू से कहा, “पानी का फार्मूला बताओ |”
चिंटू – H2O+NaOH+HNO3
मास्टर जी – गलत है ये |
चिंटू – अरे मास्टर जी, ये नाले के पानी का फार्मूला है |
चिंटू बर्फ का टुकड़ा उठा कर उसे घूरे जा रहा था |
पप्पू – क्या देख रहा है?
चिंटू – देख रहा हूँ कि यह लीक कहाँ से हो रहा है?
पापा – यह कैसी माचिस लेकर आया है, सारी तीली जली हुई है?
चिंटू – पापा मैं तो सारी तीली चेक करके हीं लाया हूँ |
चिंटू ने जॉब के पहले दिन कंप्यूटर पर 11 घंटे काम किए |
बॉस (खुशी से) – वाह! पहले हीं दिन इतनी मेहनत | क्या-क्या काम किया जरा बताओ तो?
चिंटू – पता नहीं ककहाँ से खरीद लिया आपने ये कीबोर्ड | इसमें ABCD आगे पीछे थे, तो वो सब सही किया है आज |
चिंटू स्कूल से घर आया तो काफी गुस्से में था।
मम्मी – क्या हुआ?
चिंटू – पहले गणित की परीक्षा, फिर अंग्रेजी में निबंध और फिर टिफिन में कद्दू की सब्जी |
मास्टर जी – सबसे ज्यादा नशा किस चीज में होता है?
चिंटू – किताब में |
मास्टर जी – वो कैसे?
चिंटू – क्योंकि किताब खोलते हीं मुझे नींद आ जाती है |
चिंटू और सिंटू दोनों आपस में बातें कर रहे थे |
चिंटू – क्या तुम चीनी भाषा को पढ़कर सुना सकते हो?
सिंटू – हाँ, मगर तभी जब वह हिंदी या अंग्रेजी में लिखी हुई हो |
पप्पू – गप्पू जरा अपनी साइकिल आज मुझे देना |
गप्पू – नहीं, मैं अपनी साइकिल नहीं दे सकता |
पप्पू – अगर मुझे साइकिल नहीं दोगे, तो मेरा दिल खट्टा हो जाएगा |
गप्पू ने झट से बोला – तो चीनी खा लेना |
पापा – चिंटू, आज तुम स्कूल क्यों नहीं जा रहे हो?
चिंटू – पापा, कल स्कूल में मुझे तौला गया था और क्या पता आज बेच हीं न दें |
मास्टर जी – बताओ, कुतुब मीनार कहाँ है?
चिंटू – पता नहीं |
मास्टर जी – तो बेंच पर खड़े हो जाओ |
चिंटू बेंच पर खड़ा हो गया और कुछ देर बोला – मास्टर जी यहाँ से भी कुतुब मीनार नहीं दिख रहा है |
मास्टर जी – एक तरफ पैसा और दूसरी तरफ अक्ल तो बताओ पिंटू तुम क्या चुनोगे?
पिंटू – पैसा |
मास्टर जी – गलत, मैं तो अक्ल चुनता |
पिंटू – आपकी बात भी सही है, क्योंकि जिसके पास जो चीज नहीं होगी, वो वहीं चुनेगा |
मास्टर जी – सिंटू, बताओ बिल्ली पूँछ क्यों हिलाती है?
सिंटू – क्योंकि, पूँछ बिल्ली की है |
मास्टर जी – मोनू, अपने पापा का नाम अंग्रेजी में बताओ?
मोनू – ब्यूटिफुल रेड अंडरवियर (Beautiful Red Underwear).
मास्टर जी – नालायक हिंदी में बताओ?
मोनू – सुंदर लाल चड्ढा |
मास्टर जी – बच्चों, इतिहास से हमें पता चलता है कि हमारे पूर्वज बन्दर थे |
तभी सोनू का जाट मित्र गुस्से में लाल होते हुए बोला – थारे होंगे, मारे तो चौधरी थे |
गोलू ने पापा को अपना रिजल्ट दिखाते हुए कहा – पापा, आप बहुत किस्मत वाले हैं |
पापा – वो कैसे?
गोलू – क्योंकि, मैं फेल हो गया हूँ | अब आपको मेरे लिए नई किताबें नहीं खरीदनी पड़ेंगीं |
अध्यापक ने पढ़ाते हुए प्रश्न पूछा – कौन-सा हाथ लिखने के लिए सबसे अच्छा होता है?
एक छात्र ने उत्तर दिया – कोई सा भी नहीं, क्योंकि हम पेन से लिखते हैं |
अध्यापक – बच्चों बताओ, गणित की किताब देखकर अक्सर सब लोग मायूस क्यों हो जाते हैं?
छात्र – क्योंकि, इसमें किसी भी सवाल का हल नहीं होता है |
एक व्यक्ति ने गोलू से पूछा – सैमसंग फोन की दुकानों के बाहर काम करने वाले गार्ड को क्या कह कर बुलाते हैं?
गोलू बोला – गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी
सिंटू – पापा चलो, हम दोनों हीं घर से निकल जाते हैं, क्योंकि मम्मी कह रही थी कि यह मेथी है |
चिंटू – पापा, ये पुलिस लाठी चार्ज करते समय कौन से चार्जर से लाठी चार्ज करती है?
इस सवाल के बाद से घर में सन्नाटा पसरा हुआ है |
मास्टर जी – गोलू, “खुशी का ठिकाना न रहा” इस मुहावरे का अर्थ बताओ?
गोलू – खुशी घर वालों से छिपकर, हर रोज अपने दोस्त से मिलने जाती थी |
फिर एक दिन उसके पापा ने उसे देख लिया और खुशी को घर से निकाल दिया |
अब बेचारी “खुशी का ठिकाना न रहा” |
यह जवाब सुनकर मास्टर जी अभी तक बेहोश हैं |
मास्टर जी – खाना खाने से पहले सभी बच्चों को अपने हाथ धोने चाहिए |
भोलू – मगर, मैं तो खाना खाने के बाद हाथ धोता हूँ |
मास्टर जी – ऐसा क्यों?
भोलू – ताकि मोबाइल पर दाग न पड़ जाए |
मास्टर जी – बताओ, ताजमहल किसने बनाया था?
चिंटू – मिस्त्री ने |
मास्टर जी – अरे बेवकूफ किसने बनवाया था?
चिंटू – तो फिर ठेकेदार ने बनवाया होगा |
पापा – मेरा बेटा मुझे ज्यादा प्यार करता है।
मम्मी – नहीं, मेरा बेटा मुझे ज्यादा प्यार करता है |
पापा – अच्छा! चलो बेटे को चुपके से कंकड़ मारते हैं, वो डरकर जिसका नाम लेगा, उसी से वह ज्यादा प्यार करता है |
मम्मी – ठीक है |
उन्होंने जैसे हीं पिंटू को पत्थर मारा, पिंटू चिल्लाते हुए बोला – कौन है बेवकूफ, बाहर आ! तेरी खबर लेता हूँ |
मास्टर जी – चिंकी, तुम कल स्कूल क्यों नहीं आई थी?
चिंकी – सर मैं सपने में जापान गई थी |
मास्टर जी – मिंटू, तुम कल कहाँ थे?
मिंटू – सर मैं चिंकी को सपने में एयरपोर्ट छोड़ने गया था |
पापा – चिंटू, दादी को जन्मदिन पर क्या गिफ्ट दोगे?
चिंटू – मैं तो दादी को फुटबॉल दूँगा |
पापा – लेकिन, दादी इस उम्र में फुटबॉल का क्या करेंगीं?
चिंटू – उन्होंने भी तो मेरे जन्मदिन पर मुझे भगवत गीता दी थी |
पिंटू – मैं कल से स्कूल नहीं जाऊँगा, मास्टर जी को कुछ आता हीं नहीं है |
पापा – क्यों, ऐसा क्या हो गया?
पिंटू – वो सारे सवालों के जवाब मुझसे हीं पूछते हैं |
सिंटू भागते-भागते घर आया और पापा-मम्मी से कहने लगा कि जल्दी से आप सब तैयार हो जाइए |
पापा – पर क्यों?
सिंटू – अरे, मुझे लड़की वाले देखने के लिए घर में आ रहे हैं |
पापा – ये तुमसे किसने कहा?
सिंटू – अरे, मैं अभी पड़ोस की प्रिया को परेशान कर रहा था, तो उसके पापा बोले कि हम देख लेंगे तुझे |
मम्मी – नया घर बनने में अभी 6 महीने और लगेंगे |
पापा – अरे नहीं, मैं चार आदमी और लगा दूँगा तो घर जल्दी बन जाएगा |
तभी चिंटू अचानक कुछ सोचते हुए गंभीर होकर पूछा – अच्छा मम्मी! मैं कितने दिनों में पैदा हुआ था?
मम्मी – 9 महीने में, क्यों?
चिंटू – अरे, तो चार आदमी और लगा लेती न, तो मैं जल्दी से पैदा हो जाता |
भिखारी – भगवान के नाम पर कुछ दे दो बाबा |
चिंटू – मैं बाबा नहीं चिंटू हूँ |
भिखारी – भगवान के नाम पर कुछ दे दो चिंटू |
चिंटू – हाँ, ये हुई न बात | बाबा आप कल आना, आज घर में कोई नहीं है |
भिखारी बेहोश……
मास्टर जी मोनू की शिकायत लेकर घर पहुँचे |
मास्टर जी – मोनू, तुम्हारे दादाजी कहाँ हैं?
मोनू – दादाजी तो 10 दिन पहले हीं चल बसे |
मास्टर जी – अरे, कैसे?
मोनू – वो योगासन कर रहे थे……
मास्टर जी – भला योग करने से कैसे कोई मर सकता है?
मोनू – टीवी में बाबा रामदेव ने बोला कि साँस अंदर लो और जब मैं कहूँ तभी सांस छोड़ना और तभी बिजली चली गई फिर 3 घंटे बाद आई, तब तक दादाजी चल बस थे |
मास्टर जी कक्षा में बच्चों को बम से बचने का तरीका सिखा रहे थे |
मास्टर जी – बच्चों, बताओ अगर स्कूल के सामने बम रखा है, तो क्या करेंगे?
चिंटू – एक-दो घंटे देखेंगे, फिर….
मास्टर जी – फिर क्या?
चिंटू – फिर कोई ले जाता है तो ठीक है, नहीं तो उसे स्टाफ रूम में रख देंगे |
गप्पू – मास्टर जी, मैंने एक ऐसी चीज बनाई है, जिससे हम दीवार के आर-पार देख सकते हैं |
मास्टर जी – वाह! वो क्या चीज है?
गप्पू – मास्टर जी, छेद |
फिर मास्टर जी ने गप्पू को पूरे दिन मुर्गा बनाकर रखा |
चिंटू – भैयाजी 10 समोसे देना |
समोसे वाला – पैक करके देना है?
चिंटू – नहीं, मैं पेन ड्राइव लाया हूँ | उसमें समोसे नाम का फोल्डर बनाओ और डाल दो |बेवकूफ कहीं का…….
गप्पू – मैडम, अगर आपका आशीर्वाद मिले, तो मैं अच्छे नंबर से पास हो जाऊँगा |
मैडम – हाँ, पर साथ हीं तुम्हें तैयारी भी ठीक से करनी होगी |
गप्पू – तैयारी हीं करना होता, तो आपका आशीर्वाद माँगने क्यों आता?
मास्टर जी – गप्पू , तुम पढ़ने में ध्यान क्यों नहीं लगाते?
गप्पू – क्योंकि, पढ़ाई सिर्फ दो वजह से की जाती है | पहला डर और दूसरा शौक |
बिना वजह के शौक मैं पालता नहीं और डरता तो मैं अपने बाप से भी नहीं |
उस दिन गप्पू की स्कूल और घर दोनों जगह खूब पिटाई हुई |
गप्पू – मास्टर जी, लोग हिंदी या इंग्लिश में ही क्यों बात करते हैं? गणित में बात क्यों नहीं करते?
मास्टर जी – ज्यादा 3-5 मत करो नहीं तो मार-मार कर 9-2…11 कर दूँगा और 32 के 32 बाहर निकल आएँगे |
गप्पू – ठीक है सर! अब समझ गया मैं | आज से मैं भी सिर्फ हिंदी और अंग्रेजी में हीं बात करूँगा |
पापा को पप्पू के बेड पर एक लेटर मिला | पापा उसे पढ़ने लगे। उसमें लिखा था…
पिताजी, मैं घर छोड़ कर जा रहा हूँ | सामने टेबल पर मेरा रिजल्ट रखा हुआ है….हो सके तो मुझे माफ कर देना |
पापा ने रिजल्ट देखा और कम नंबर देखते हीं समझ गए कि खराब मार्क्स की वजह से वो घर छोड़कर चला गया है |
इसके बाद पाप रोते हुए कहने लगे, बेटा वापस आ जा! हमें नंबर नहीं तू चाहिए |
इतना सुनते हीं पलंग के नीचे छिपा पप्पू बाहर आ गया |
फिर पापा ने मम्मी के साथ मिलकर चिंटू की खूब पिटाई की |
चिंटू ने मम्मी से पूछा – आपको कैसे पता चला कि मैं आपके पेट में था?
मम्मी – मेरा टेस्ट हुआ था।
चिंटू – अच्छा, तो क्या आप पास हो गए थे उसमें?
मम्मी – चिंटू, आज का पेपर मुश्किल था क्या?
चिंटू – नहीं, सवाल तो आसान थे, लेकिन उनके जवाब मुश्किल थे।
पापा – चिंटू, रिजल्ट कैसा रहा तुम्हारा?
चिंटू – पापा, हमारे प्रिंसिपल का बेटा ही फेल हो गया है |
पापा – और तुम?
चिंटू – डॉक्टर अंकल का बेटा भी फेल हो गया |
पापा – हाँ, तो ठीक है। तुम अपना बताओ…
चिंटू – तो आप कौन-से प्रधानमंत्री हैं, जो आपका बेटा पास हो जाएगा |
तब से दो दिन तक पापा ने चिंटू को खाना नहीं खाने दिया |
पापा – यूं हीं चिंटू को समझा रहे थे कि जुआ खेलना बुरा होता है | इसमें आज जीतोगे तो कल हारोगे और परसो जीतोगे तो उसके अगले दिन हार जाओगे |
बड़े ध्यान से सबकुछ सुनने के बाद चिंटू ने कहा – ठीक है पापा, मैं समझ गया कि जुआ एक दिन छोड़कर खेलना चाहिए |
कसाई बकरे को काटने के लिए ले जा रहा था तो बकरा चिल्ला रहा था |
तभी चिंटू ने पूछा – बकरा क्यों चिल्ला रहा है?
कसाई – क्योंकि, मैं इसे काटने ले जा रहा हूँ |
चिंटू – अच्छा फिर ठीक है…. मुझे लगा आप इसे स्कूल ले जा रहे हैं |
किसी पहलवान ने चिंटू को थप्पड़ मार दिया |
चिंटू – यह थप्पड़ गुस्से में मार दिया या मजाक-मजाक में?
पहलवान – गुस्से में |
चिंटू – तो फिर ठीक है, क्योंकि मजाक मुझे पसंद नहीं है |
चिंटू एक शादी में गया | वहाँ पंडित जी ने दूल्हे का हाथ दुल्हन के हाथ में थमा दिया |
चिंटू ने यह सब देख कर पापा से पूछा – दूल्हा और दुल्हन आपस में हाथ क्यों मिला रहे हैं?
पापा – बेटा, पहलवान अखाड़े में उतरने से पहले हाथ जरूर मिलाते हैं?
चिंटू – मैंने आपकी लिखी किताब पढ़ी है | आप बिलकुल अकबर बादशाह की तरह लिखते हैं |
आदमी – मगर अकबर बादशाह लिखना हीं नहीं जानते थे |
चिंटू – तभी तो मैंने यह कहा है |
पापा – चिंटू, शायद तुमने मेरे ब्रश से अपने दांत साफ किए हैं? तभी इससे इतनी बदबू आ रही है |
चिंटू – नहीं…! इससे तो मैंने हमारी बिल्ली के दांत साफ किए थे |
मम्मी – चिंटू! लैंप जला दो |
कुछ देर बाद भी जब चिंटू ने लैंप नहीं जलाया, तो मम्मी ने फिर से पूछा – लैंप कहाँ है?
चिंटू – मम्मी, आपने जब कहा था तभी मैंने लैंप को चूल्हे में जला दिया था |
पापा – चिंटू, कभी बैठकर पढ़ भी लिया करो। पूरा दिन घूमते हो या टीवी देखते हो | मैं तुम्हारी उम्र का था तो मेरे पापा ने मुझे सख्त अनुशासन में रखा था
चिंटू – आपके पापा पुराने ख्याल के रहे होंगे |
पापा – हाँ, पर फिर भी, वो तुम्हारे बाप से हजार गुना अच्छे थे |
शर्मा अंकल ने चिंटू को फुसलाते हुए कहा – तुम्हारे बाल बहुत सुन्दर हैं | ये तुम्हें मम्मी से मिले हैं या फिर पापा से?
चिंटू ने सोचते हुए कहा – शायद पापा से |
शर्मा अंकल – अच्छा वो कैसे?
चिंटू – क्योंकि, पापा के सर के सारे बाल गायब हैं न |
चिंटू ने अंग्रेजी बोलने की नई ट्यूशन शुरू की थी |
मास्टर जी – चिंटू, कल तुम पढ़ने क्यों नहीं आए थे?
चिंटू – वो कल हमारे यहां मंदिर में ब्युटीफुल ट्रेजेडी थी न, इसलिए नहीं आया था |
मास्टर जी – ब्युटीफुल ट्रेजेडी क्या है?
चिंटू – सर जी, सुन्दर काण्ड… आपको इतनी भी अंग्रेजी नहीं आती क्या?
गप्पू – पप्पू, चलो कहीं घूमने जाते हैं, जहाँ जाने के लिए लोग मरते हैं |
पप्पू – ठीक है, शाम तक बताता हूँ |
शाम होते हीं पप्पू गप्पू को श्मशान घाट लेकर गया |
गप्पू गुस्से से – श्मशान भी कोई घूमने की जगह है क्या?
पप्पू – अरे पगले, तुम्हीं ने तो कहा था ऐसी जगह चलो, तो यहीं वो जगह है जहाँ आने के लिए लोग मरते हैं |
मास्टर जी – चिंटू, अंग्रेजी में उस फूल का नाम बताओ जो सबसे ज्यादा बात करती हो?
चिंटू ने झट से जवाब दिया दिया – Tulips.
मास्टर जी – वो कैसे?
चिंटू – क्योंकि, उसके टू लिप्स हैं |
मास्टर जी – अच्छा बच्चों बताओ, रोने और सोने में क्या फर्क है?
चिंटू का मारवाड़ी दोस्त बोला – मेरे पिताजी कहते हैं, रोने से व्यापार बढ़ता है और सोने से पेट |
पापा – चिंटू, तुम्हें सिर्फ फूल तोड़ने के लिए कहा था | अब तुम साथ में डाली क्यों तोड़ लाए हो?
चिंटू – पापा, वहाँ लिखा था फूल तोड़ना मना है, इसलिए मैंने डाली तोड़ ली |
मम्मी – चिंटू, तुम्हें घर में कायदे से रहना चाहिए, मेरी हर बात माननी चाहिए |
चिंटू – ठीक है मम्मी, मैं भी अब पापा की तरह रहूँगा |
ट्रैफिक पुलिस में काम करने वाले पिता ने अपने बेटे से पूछा – चिंटू, टेस्ट में कम नंबर क्यों आए हैं?
अब कल से खेलना-कूदना, टीवी देखना बंद |
चिंटू – पापा, ये 100 रुपये का चालान काट लो और बात को खत्म कर दो |
मास्टर जी – चिंटू, तुमने अपना होमवर्क क्यों नहीं किया?
चिंटू – क्योंकि, मैं होस्टल में रहता हूँ |
मास्टर जी गुस्से से – तो नालायक होस्टल में क्या आफत आई थी?
चिंटू – मास्टर जी अब आप हीं बताओ….. होस्टल में होमवर्क कैसे करूँगा? इसके लिए आपको होस्टल वर्क देना चाहिए न |
मास्टर जी ने फिर चिंटू से पूरे स्कूल के दो राउंड लगवाए |
पापा – चिंटू, अमेरिका में 15 साल के बच्चे भी अपने पैरों पर खड़े होने लगते हैं |
चिंटू – इसमें क्या बड़ी बात है | भारत में तो एक साल का बच्चा भी पैरों पर खड़ा हो जाता है और दो साल तक बच्चा भागने लगता है |
पापा – चिंटू, आज तक तुमने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे मेरा सिर ऊँचा हुआ हो |
चिंटू – याद करो, एक बार मैंने आपके सिर के नीचे 2 तकिये लगाए थे।
पापा – चिंटू, यह फेसबुक तुझे रोटी नहीं देने वाली है |
चिंटू – पर पापा, मैं तो यहाँ रोटी बनाने वाली ढूंढ रहा हूँ |
चिंटू स्कूल जाते हुए बहुत रो रहा था |
पापा – चुप हो जा, शेर के बच्चे रोते नहीं हैं |
चिंटू – चुप होते हीं, ठीक है तो शेर के बच्चे स्कूल भी नहीं जाते हैं |
चिंटू – पप्पू तू घर में है क्या?
पप्पू की मम्मी – हाँ बेटा, अभी वो मैगी खा रहा है, तुझे भूख लगी है क्या?
चिंटू – हाँ……
पप्पू की मम्मी – तो घर जाकर मम्मी को बोल और खाकर आ जा |
चिंटू – पापा आपकी दा…….
पापा – चुप……. कितनी बार कहा है कि खाना खाते समय बीच में बात नहीं करते हैं |
खाना खाने के बाद….
पापा – चिंटू अब बोलो, क्या कह रहे थे?
चिंटू – पापा, वो आपकी दाल में मक्खी गिर गई थी |
पेट भर कर जलेबी खाने के बाद चिंटू ने मम्मी से चीनी माँगी |
मम्मी – चीनी क्यों?
चिंटू – मास्टर जी ने बोला है, खाने के बाद कुछ मीठा खा लिया करो |
मास्टर जी – चिंटू, आज तुमने कौन-सा अच्छा काम किया है?
चिंटू – एक आदमी की बस छूट गई थी, वो उसके पीछे भाग रहा था |
मास्टर जी – तो क्या हुआ?
चिंटू – तो मैंने उनके पीछे अपना कुत्ता छोड़ दिया और कुत्ते के डर से वह तेज दौड़कर बस में चढ़ गए |
चिंटू – तू स्कूल क्यों नहीं जाता है?
पप्पू – जाता तो हर रोज हूँ मगर वो मुझे स्कूल से बाहर निकाल देते हैं |
चिंटू – क्यों, कौन से स्कूल में जाता है?
पप्पू – कन्या पाठशाला |
मास्टर जी – कल हम गणित के सवाल हल करेंगे, अगर नहीं किए, तो मैं मुर्गा बनाऊँगा |
चिंटू – ठीक है मास्टर जी, मैं मुर्गा तो नहीं खाता, लेकिन आप मेरे लिए पनीर बना देना |
एक बुजुर्ग व्यक्ति चिंटू से पूछा – कैसे हो चिंटू?
चिंटू – ठीक हूँ |
बुजुर्ग – पढ़ाई कैसी चल रही है?
चिंटू – बिल्कुल आपकी जिंदगी की तरह |
बुजुर्ग – इसका क्या मतलब है?
चिंटू – मतलब राम भरोसे |
मास्टर जी – अरे चिंटू, तुमने ये पट्टी क्यों बाँध रखी है?
चिंटू – कल गिर गया था |
मास्टर जी – ओह हो हो..… तो ‘दवा-दारू’ कुछ ली की नहीं?
चिंटू – हाँ, वो गिरने से पहले हीं ले ली थी…….
चिंटू – हे भगवान, इस बार परीक्षा में पास करवा देना |
भगवान – तो, खाली हाथ क्यों आए हो…. नारियल-केला क्यों नहीं लाए?
चिंटू – भगवान जी पहले आप कर्म करो, फिर फल की चिंता करना |
चिंटू स्कूल में गधा लेकर आया |
मास्टर जी – ये गधा क्यों लेकर आए हो?
चिंटू – आपने हीं तो कहा था कि आप बड़े से बड़े गधे को इंसान बना देते हैं |
चिंटू दुकानदार से – अंकल, गोरा होने वाली क्रीम है क्या?
दुकानदार – हाँ, है न |
चिंटू – तो लगाया करो अंकल | रोज स्कूल जाते हुए आपको देखकर डर जाता हूँ मैं |
चिंटू जूस वाले से – जल्दी से जूस दो, लड़ाई होने वाली है |
एक गिलास जूस पीने के बाद – एक और दो, लड़ाई होने वाली है |
पाँच गिलास जूस पिलाने के बाद जूस वाले ने पूछा – लड़ाई कब होगी?
चिंटू – जब आप पैसे मांगेंगे |
चिंटू की मम्मी पप्पू की मम्मी से – पिछले तीन महीने से मेरा बच्चा इस व्हाट्सएप की वजह से स्कूल नहीं जा रहा है |
पप्पू की मम्मी – क्यों?
चिंटू की मम्मी – 3 महीने पहले ये घर का रास्ता भूल गया था, तो मिसिंग लिखकर व्हाट्सएप ग्रूप पर फोटो और पता डाल दिया था | 15 मिनट में ये हमें मिल गया |
पप्पू की मम्मी – तो अब क्या हो गया?
चिंटू की मम्मी – वो मैसेज अभी तक अलग-अलग ग्रुप में घूम रहा है और जैसे हीं यह घर के बाहर जाता है, लोग इसे वापस घर पहुँचा देते हैं |
मास्टर जी – वादा करो कि कभी कोई नशा नहीं करोगे?
चिंटू – नहीं करेंगे |
मास्टर जी – कभी लड़कियों का पीछा नहीं करोगे |
चिंटू – नहीं करेंगे।
मास्टर जी – वतन के लिए जान देंगे |
चिंटू – दे देंगे मास्टर जी….. अब ऐसी जिंदगी का और करेंगे भी क्या |
पिंकी ने मास्टर जी से शिकायत करते हुए कहा की पूरी क्लास उसे बुआ कहती है |
मास्टर जी – जो भी पिंकी को बुआ कहते हैं, सब खड़े हो जाओ |
चिंटू को छोड़कर पूरी क्लास के बच्चे खड़े हो गए |
मास्टर जी – शाबाश चिंटू! अब तुम बताओ सबको कि तुम इसे बुआ क्यों नहीं कहते हो |
चिंटू – क्योंकि, मैं तो फूफाजी हूँ |
मास्टर जी – सबसे तेज उड़ने वाले पक्षी का नाम बताओ।
चिंटू – हाथी |
मास्टर जी – नालायक, तुम्हारे पिताजी क्या करते हैं?
चिंटू – दाऊद के गैंग में शूटर हैं |
मास्टर जी – शाबाश! सभी बच्चे जवाब लिखो….हाथी |
मास्टर जी – सन 1869 में क्या हुआ था?
चिंटू – गांधीजी का जन्म हुआ था।
मास्टर जी – सही जवाब, बैठ जाओ।
मास्टर जी – सन 1872 में क्या हुआ था?
पप्पू – गांधीजी 3 साल के हो गए थे, तो अब मैं भी बैठ जाऊँ क्या?
मास्टर जी – अगर नदी में नींबू का पेड़ है, तो नींबू कैसे तोड़ेंगे?
चिंटू – चिड़िया बनकर |
मास्टर जी – नालायक, तुम्हें चिड़िया कौन बनाएगा?
चिंटू – जिसने नदी में नींबू का पेड़ लगाया होगा |
मास्टर जी – ऐसा वाक्य सुनाओ, जिसमें उर्दू, पंजाबी, हिंदी और अंग्रेजी शब्द आते हों |
चिंटू – इश्क दी गली विच नो एंट्री |
स्कूल में चिंटू चाकू लेकर घूम रहा था |
मास्टर जी – तुम स्कूल में चाकू लेकर क्यों आए हो?
चिंटू – गरीब हूँ….. बंदूक नहीं है घर में |
मास्टर जी – एक साल में कितने महीने होते हैं?
चिंटू – 12 होते हैं |
मास्टर जी – बहुत बढ़िया… तुमने कहाँ से याद किया?
चिंटू – 12 महीने में 12 तरीके से तुझको प्यार जताऊँगा रे…..ढिंक-चिका…..ढिंक-चिका….. वाले गाने से |
Conclusion –
हाँ जी! तो आप सभी को ये 1000 मजेदार चुटकुले कैसे लगे | अपना सुझाव हमें Comment या Email कर जरुर बताएँ | अगर ये मजेदार चुटकुलों का खजाना आपके काम लगा हो तो इसे अपने दोस्तों और खासकर बच्चों के साथ जरुर शेयर करें |